छत्तीसगढ़ / बेमेतरा
बेमेतरा: ग्राम नेवनारा में मिली अज्ञात महिला की अधजली लाश मामले में आरोपी पति को रायपुर से गिरफ्तार किया गया।
बेमेतरा: बेरला ब्लॉक के ग्राम नेवनारा में 18 जनवरी को मिली अज्ञात महिला की अधजली लाश के मामले में बेमेतरा पुलिस नेआखिरकार सफलता हासिल कर ली. पुलिस ने महिला के आरोपी पति को रायपुर से गिरफ्तार किया है.
बेमेतरा एसपी रामकृष्ण साहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि चरित्र शंका एवं पारिवारिक विवाद के चलते सतीश कुमार सनसनवाल ने अपने पत्नी सोनिया की हत्या की घटना को अंजाम दिया था. आरोपी धोखे से अपनी पत्नी को रायपुर रोड ग्राम नेवनारा ले गया, जहां उसकी दुप्पटे से गला घोटने के बाद पेचकश से गले और छाती से वार कर हत्या कर दी. साक्ष्य छिपाने के लिए आरोपी ने पेट्रोल डालकर पत्नी को जलाने का प्रयास किया.
अधजली लाश मिलने की सूचना पर तत्काल पुलिस, फॉरेनसिक टीम और डॉग स्क्वाड के साथ घटना स्थल पहुंचकर तहकीकात में जुट गई. मौके पर मिले विभिन्न साक्ष्य और सबूतों के आधार पर छानबीन करते हुए आरोपी पति तक पहुंची, जिसे रायपुर से गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
"रायपुर-कवर्धा नेशनल हाइवे पर शिक्षक की हत्या मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया"
बेमेतरा: रायपुर-कवर्धा नेशनल हाइवे के मटका गांव में हुए शिक्षक की हत्या मामले की पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है. हत्या के मामले में पुलिस ने मृतक के साले सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हत्या का वजह घरेलू विवाद बताया जा रहा है.
हत्या के मामले में खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि 3 फरवरी को दोपहर 12 बजे नेशनल हाइवे में ग्राम मटका के पास एक युवक के हत्या करने की सूचना मिली थी. जांच में मृतक की पहचान बेमेतरा के वार्ड नंबर 18 के रहने वाले विजय वर्मा के रूप में हुई, जो ग्राम जिया में शिक्षक के रूप में कार्यरत था. घटनास्थल में जाकर पुलिस जांच में जुटी और हत्या की वजहों को सुलझाने लगी.
पुलिस ने आगे बताया कि, मृतक विजय वर्मा का उनकी पत्नी के साथ दहेज प्रकरण को लेकर विवाद चला था. वहीं विजय वर्मा दो दिन पहले ही पत्नी से मिलने पहुंचा था, जिसको लेकर उनके साले ललित वर्मा के साथ विवाद हुआ था. इस दौरान साले ललित वर्मा ने जीजा विजय वर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी.
जीजा को मारने दी सुपारी
मामले में ललित वर्मा ने शिक्षक विजय वर्मा को मारने अपने मित्र तुकाराम साहू को 2 लाख 50 हजार में हत्या की सुपारी दी थी. हत्या की सुपारी देने के बाद तुकाराम अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम दिया. मामले में पुलिस ने अब तक आरोपी ललित वर्मा, सुपारी किलर तुकाराम सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक आरोपी फरार बताया जा रहा है, जिसकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है.
"बेमेतरा: कोरोना वायरस जेएन-1 के फैलने पर बेमेतरा में स्वास्थ्य विभाग के निर्देश, सावधानी बरतने की अपील"
बेमेतरा: भारत के केरल राज्य में नए कोरोना वायरस (जेएन-1) का फैलाव होने के कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेमेतरा सीएमएचओ डॉ.गणेश लाल टंडन ने गाइडलाइन जारी की है। उन्होंने बताया कि राज्य में कोविड बीमारी नियंत्रण में है अनावश्यक घबराने की आवश्यकता नहीं है, परन्तु सावधानी बरतना आवश्यक है।
पूर्व में जारी कोविड संबंधी दिशा-निर्देशों तथा कोविड अनुरूप व्यवहार जैसे मास्क लगाना, साबुन से हाथ धोना, सेनेटाईजर का उपयोग करना, सोशल डिस्टेंसिंग अपनाये, संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों से दूरी बनाकर रखना इत्यादि नियमों का पालन करें। सर्दी, खांसी, बुखार या स्वांस में तकलीफ होने पर नज़दीकी स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल बेमेतरा, में उपस्थित होकर जांच एवं उपचार कराने हेतु आग्रह किया है।
"अमित शाह ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया, भूपेश सरकार पर हमला किया"
बेमेतरा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. इसमें उन्होंने कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने का दावा करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव समाप्त हो गया है. पहले चरण में भूपेश काका का सूपड़ा साफ हो रहा है. बुधवार को साजा विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी ईश्वर साहू के समर्थन में आहूत विजय संकल्प महारैली को संबोधित करते हुए शाह ने हुंकार भरी कि बिरनपुर में नृशंस हत्या के शिकार हुए भुनेश्वर साहू को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी हमारी है और हम अपराधियों को हर हाल में सजा दिलाकर रहेंगे.
केंद्रीय मंत्री शाह ने मां बमलेश्वरी, मां खल्लारी, मां चंद्रहासिनी और मां दंतेश्वरी को प्रणाम कर और आदिवासी जनजतीय गौरव दिवस के मौके पर भगवान बिरसा मुंडा को उनके जन्म दिवस पर नमन करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि छत्तीसगढ़ में कमल खिलने वाला है, भाजपा की सरकार बनने वाली है. सट्टेबाज भी अब कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार करने वाली यह भूपेश सरकार जा रही है. साजा विधानसभा क्षेत्र में हमारे ईश्वर साहू एक प्रत्याशी ही नहीं हैं, बल्कि ईश्वर साहू प्रतीक हैं न्याय की लड़ाई के. भूपेश काका के राज में बिरनपुर में सांप्रदायिक तत्वों ने भाई ईश्वर साहू के बेटे भुनेश्वर साहू को नोच-नोचकर मार डाला. बाद में भूपेश काका के लोग वहां पर ईश्वर साहू के पास चेक और नौकरी लेकर गए और कहा कि आप न्याय की मांग मत करो, लेकिन ईश्वर साहू ने इतनी गरीबी में भी कहा कि मुझे नौकरी और पैसा नहीं चाहिए, मुझे मेरे बेटे के लिए न्याय चाहिए. भुनेश्वर साहू को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी हमारी है, किसी को भी कानून के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं है. सांप्रदायिक तत्वों के लिए वोट बैंक की शरण में भूपेश बघेल गए हैं. छत्तीसगढ़ में न जाने कितने भुनेश्वर साहू शहीद हो गए हैं, मगर आपके माथे पर जूं तक नहीं रेंगी. उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार का समय अब समाप्त हो गया है, उसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है. भुनेश्वर साहू की हत्या करने वाले हर एक व्यक्ति को चुन-चुनकर भाजपा की सरकार सलाखों के पीछे डालेगी.
अमित शाह ने कहा कि भूपेश कका के राज में बेमेतरा लव जेहाद का एक केंद्र बन गया है. साहू समाज, लोधी समाज और गोंड समाज की बेटियां इनके निशाने पर हैं और सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है. इस सरकार को कौन जगा सकता है? उसको प्रदेश और साजा-बेमेतरा की जनता ही जगा सकती है. शाह ने अपील की कि 17 नवंबर को मतदान के दूसरे चरण में उलटफेर कर दो, भूपेश सरकार की जगह कमल फूल की सरकार ला दो, भाजपा का वादा है कि यह लव जिहाद चलाने की किसी की हिम्मत नहीं होगी. भूपेश सरकार ने दुर्ग संभाग को बर्बाद करके रख दिया है. यह दुर्ग संभाग रमन सिंह सरकार के समय में शिक्षा का केंद्र बना हुआ था. पूरे छत्तीसगढ़ के युवा दुर्ग में शिक्षा के लिए आते थे. डॉ. रमन सिंह की सरकार ने शिक्षा का केंद्र बनाया और भूपेश सरकार ने शिक्षा के केंद्र को सट्टे का केंद्र बनाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि 3 दिसंबर को भाजपा की सरकार बनने वाली है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है कि एक लाख सरकारी पदों पर एक साथ सीधी भर्ती करने का काम भाजपा की सरकार करेगी. छत्तीसगढ़ श्रीराम का ननिहाल है, यह माता कौशल्या मायका है. अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए कि नहीं बनना चाहिए? कांग्रेस पार्टी 70 वर्षों से राम मंदिर को लटका रही थी, अटका रही थी, भटका रही थी. पीएम मोदी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. राहुल गांधी 2014 से 19 तक हमें बहुत परेशान करते रहे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तिथि नहीं बताएंगे. इसलिए साजा वालों के सामने राहुल गांधी सुन लें कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान राम की मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. सभी छत्तीसगढ़ वालों को भाजपा सरकार अयोध्या में श्री राम मंदिर का दर्शन कराएगी.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ा समाज का अपमान करने का काम किया है. 70 साल से आजादी मिली है, पिछड़ा समाज को संवैधानिक मान्यता नहीं दी. हमारा साहू समाज, कुर्मी समाज, कई सारे पिछड़ा समाज को संवैधानिक मान्यता देने का काम कांग्रेस पार्टी ने नहीं किया. पीएम मोदी ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता देने का काम किया है. पहली बार देश को जनजाति समाज का राष्ट्रपति देने का काम भाजपा की सरकार ने किया है. प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में 27 मंत्री पिछड़ा समाज से हैं, 303 सांसदों में करीब 100 सांसद पिछड़ा समाज से हैं, 1358 विधायकों में 27 प्रतिशत विधायक पिछड़ा समाज से हैं और राहुल बाबा ओबीसी समाज को गाली देने का काम करते हैं। शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने नीट की परीक्षा में 27 प्रतिशत आरक्षण पिछड़ा समाज को दिया, केंद्रीय सैनिक स्कूलों में 27 प्रतिशत आरक्षण पिछड़ा समाज को दिया और पेट्रोल पंप और गैस एजेंसियों के डिसटीब्यूशन को 27 प्रतिशत आरक्षण पिछड़ा समाज को दिया गया. आईआईटी के अंदर ओबीसी के छात्रों को 1 लाख रुपए ग्रांट देने का काम भाजपा ने किया है.
अमित शाह ने प्रदेश सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि भूपेश कका ने शराबबंदी का वादा किया था, शराबबंदी नहीं की, उल्टे एक्साइज घोटाले में 5000 करोड रुपए डकार गए. भाजपा ने तय किया है कि छत्तीसगढ़ की हर माता को 500 रुपए में 5 साल तक गैस का सिलेंडर देने का काम भाजपा की सरकार करेगी, हर विवाहित महिला को हर साल 12,000 रुपए भाजपा की सरकार देगी. उन्होंने सभी महतारियों से निवेदन किया कि भाजपा के कार्यकर्ता फॉर्म भरा रहे हैं. फॉर्म भरकर रजिस्ट्रेशन करा लेना. अब यह भूपेश कका भी कह रहे हैं कि हम भी देंगे, जिनकी खुद की गारंटी नहीं है, उसकी गारंटी का कोई मतलब है क्या? भाजपा का घोषणा पत्र नरेंद्र मोदी की गारंटी है. हमने जो कहा है, हम वही करेंगे. रेडी टू ईट में स्व-सहायता समूहों को मान्यता देंगे और ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देंगे. शाह ने ने कटाक्ष करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री प्री-पेड मुख्यमंत्री हैं, जितनी घूस दोगे, उतना ही काम करेंगे, वरना नहीं करेंगे. पूरे छत्तीसगढ़ को कांग्रेस पार्टी का कलेक्शन मास्टर और एटीएम बनाने के काम भूपेश कका ने किया है. उन्होंने प्रदेश में हुए घोटालों की श्रृंखला का जिक्र कर कहा कि 6600 करोड़ का पीडीएस घोटाला, 5000 करोड़ का महादेव एप घोटाला, पब्लिक सर्विस कमीशन में घोटाला, डीएफ में 700 करोड़ का घोटाला, आदिवासियों का पैसा खाने का घोटाला, 267 एसटी-एससी युवाओं की भर्ती में घोटाला कांग्रेस सरकार ने इन पाँच सालों में किए हैं और तो और, पूरे देशभर में किसी ने गाय के गोबर में घोटाला नहीं किया, लेकिन भूपेश कका ने गौठान घोटाले में गाय के गोबर को भी नहीं छोड़ा. इसमें भी भ्रष्टाचार कर हजारों करोड रुपए भूपेश कका डकार गए हैं. भाजपा का वादा है, जो पैसा खा गए हैं, उनको उल्टा लटकाकर सीधा करने का काम भाजपा करेगी. गरीबों की पाई-पाई उनसे वसूलेंगे और गरीब के एकाउंट में, माताओं-बहनों के एकाउंट में डालेंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में हजारों करोड़ का घोटाला करने वालों को माफ नहीं किया जा सकता. यहां 15 साल तक भाजपा की सरकार थी. रमन सिंह को चावल वाले बाबा के नाम से जानते थे, हमने हर गरीब को खाना खिलाया, हर आदिवासी के चरण में चरण पादुका पहनाई, छत्तीसगढ़ को सीमेंट हब, एल्युमिनियम हब, इस्पात हब, शिक्षा हब बनाने का काम रमन सरकार ने किया. धान खरीदी को लेकर कांग्रेस के दुष्प्रचार पर शाह ने कहा कि कांग्रेसी धान-धान कर रहे हैं. 27 सौ रुपए में धान खरीदते हैं, जिसमें से 2200 रुपए मोदी सरकार का है. सिर्फ 500 रुपए जोड़कर वह गोल-गोल बात करते हैं. हमारी मोदी गारंटी है कि हर किसान से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 3100 रुपए में भाजपा की सरकार खरीदेगी. 5500 रुपए में तेंदूपत्ता खरीदेगी और 4500 बोनस और 15 दिन की गारंटी भाजपा ने आदिवासी भाई बहनों के लिए दी है. उन्होंने कहा कि हमने तय किया है, आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे. सारे राज्य के बीच यह स्पर्धा पीएम मोदी ने शुरू की है. इसमें छत्तीसगढ़ पीछे नहीं रहेगा. जब हमारी सरकार थी, तब मनरेगा में डेढ़ सौ दिन का रोजगार देने वाला एकमात्र राज्य छत्तीसगढ़ रहा है. मजदूरी करने वाली बहनों को मातृत्व अवकाश देने वाला सबसे पहला राज्य छत्तीसगढ़ है. पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत मातृशक्ति को आरक्षण देने वाले राज्य छत्तीसगढ़ है, नगरीय निकाय में आरक्षण देने वाला राज्य छत्तीसगढ़ है. भूपेश बघेल ने 5 साल में छत्तीसगढ़ को करप्शन का गढ़ बनाने का काम किया है. शाह ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि आपका वोट सिर्फ भाजपा की सरकार ही नहीं बनाएगा, बल्कि आपका एक वोट भाई भुनेश्वर साहू को न्याय दिलाने का काम करेगा, यह तुष्टीकरण की राजनीति को सबक सिखाने का काम करेगा.
वहीं, साजा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी ईश्वर साहू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनके (साहू के) बेटे भुवनेश्वर साहू की हत्या आठ माह पूर्व दूसरे समुदाय के लोगों की ओर से कर दी गई. वह शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने गुहार नहीं सुनी. कांग्रेस का कोई भी मंत्री, विधायक या नेता मेरे घर नहीं आए, बल्कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और भाजपा के लोग दुख की इस घड़ी में उनके साथ खड़े हुए और आंसू पोंछने का काम किया. साहू ने कहा कि इस मामले में तुष्टीकरण, जातिवाद की राजनीति करने वाली और भाई को भाई से लड़ाने वाली कांग्रेस के लोग मुझे सांत्वना देने के बजाय उन्हें खरीदने के लिए 10 लाख रुपये का चेक और सरकारी नौकरी का ऑफर देने घर आए, लेकिन उन्होंने कांग्रेसियों का ऑफर अस्वीकार कर दिया. उन्होंने कहा कि यदि वह इसे मान लेते तो प्रदेश में ऐसे कई भुनेश्वर साहू मौत की नींद सुला दिए जाते. साहू ने कहा, ‘मेरी निष्ठा और ईमानदारी और मेरे दर्द को दिल्ली सरकार में बैठे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समझा और कहा कि ईश्वर तुमको इंसाफ मिलेगा. साजा विधानसभा क्षेत्र की जनता इंसाफ दिलाएगी.’ आज कांग्रेसी भाजपा के झंडे को हटा रहे हैं, दीवार में भाजपा के प्रचार के स्लोगन को मिटा रहे हैं. आज की सभा में आने से साजा की जनता को रोकने का कुत्सित प्रयास किया है. भाजपा की सभा में पैसों के कराण भीड़ नहीं आती. कांग्रेस के लोग साजा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के झंडे हटा सकते हैं. दीवार से भाजपा के स्लोगन हटा सकते हैं, लेकिन जनता के दिलों में छपे भाजपा के कमल निशान को कैसे मिटाएंगे?
इस दौरान साजा विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व जनपद सदस्य, कांग्रेस सेवादल के पूर्व प्रदेश सचिव व साजा विस प्रभारी और पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. रामावतार लोधी ने कांग्रेस की रीति-नीति और भूपेश सरकार के आतंकराज व अत्याचार से त्रस्त होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने माला और भाजपा का दुपट्टा पहनाकर उन्हें भाजपा की सदस्यता प्रदान की. कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष व दुर्ग संभाग प्रभारी भूपेंद्र सिंह सवन्नी, जिला प्रभारी लन साहू, जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी, रवींद्र राय समेत भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
"कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर बागी तेवर: पार्टी नेताओं के खिलाफ एक्शन और नोटिस जारी"
रायपुर : कांग्रेस में प्रत्याशियों के टिकटों को लेकर मंथन का दौर जारी है। ऐसे में टिकट को लेकर बागी तेवर अपनाने वाले नेताओं के खिलाफ पार्टी ने एक्शन लेना भी शुरू कर दिया है। चुनाव से ठीक पहले पीसीसी चीफ ने बेमेतरा से कांग्रेस विधायक को पार्टी की प्राथमिक सदस्या से एक साल के लिए निष्कासित कर दिया है। वहीं विधायक के खिलाफ बोलने वाले पार्षद को नोटिस जारी किया गया है।चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के इस एक्शन से साफ है कि टिकट वितरण को लेकर पार्टी में सबकुछ सही नही चल रहा है। पार्टी हाईकमान भले ही टिकट की दावेदारी के लिए शक्ति प्रदर्शन और बागी तेवर न दिखाने की हिदायत दे रही हो, लेकिन चुनावी साल में टिकट को लेकर उम्मीदवार और कार्यकर्ता उग्र नजर आ रहे है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति दलों में उठा-पटक मचा हुआ है। प्रदेश में सत्तासीन कांग्रेस पार्टी में उम्मीदवारों के नाम को लेकर एक तरफ जहां मंथन का दौर जारी है। वहीं दूसरी तरफ टिकट की दावेदारी कर रहे नेता और उनके समर्थकों के बागी तेवर भी अब सामने आने लगे है। पहला मामला बेमेतरा जिला का है। यहां असंगठित कामगार-कर्मचारी कांग्रेस में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सौरभ निर्वाणी को कांग्रेस ने एक साल के लिए निष्कासित कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मलकीत गेंदु ने रविवार को निष्कासन आदेश जारी कर किया है। आदेश पत्र में पार्टी की ओर से बताया गया है कि निर्वाणी प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के सामने बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा के ऊपर अनर्गल आरोप लगाने, नारेबाजी करने में शामिल थे।
इस संबंध में उन्हे नोटिस जारी किया गया था, नोटिस का संतोषप्रद जवाब नही मिलने पर उन्हे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से एक साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। दूसरी तरफ इस आदेश के जारी होने के बाद बेमेतरा के कांग्रेस नेता निर्वाणी ने बताया कि वह उनकी पत्नी प्रज्ञा निर्वाणी बेमेतरा जिला पंचायक सदस्य हैं। बेमेतरा सीट से वह विधायकी का दावा कर रही हैं। जहां से इस समय आशीष छाबड़ा कांग्रेस विधायक हैं। सौरभ ने बताया कि हमे जब नोटिस मिला तो हमने जवाब दे दिया। छोटी सी बात के लिए पार्टी से निकालना हैरान कने वाला है। मौजूदा वक्त में आम आदमी पार्टी और भाजपा के लोग संपर्क में हैं, आने वाले वक्त में जो भी उचित होगा वैसा फैसला करेंगे। दूसरा मामला राजधानी रायपुर का है।
यहां कांग्रेस पार्षद नागभूषण राव को पार्टी ने कारण बताओं नोटिस जारी किया है। नाभूषण राव ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर विधायक सतनारायण शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर दिया था। मामला कुछ दिन पहले का है, क्षेत्र में पट्टा देने वाली सर्वे लिस्ट से सैकड़ों गरीब परिवारों का नाम हट जाने का विरोध करते हुए राव ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया था। कांग्रेस पार्टी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु ने यह नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस पार्षद नागभूषण राव ने अपना पक्ष रखते हुए विधायक के खिलाफ किसी भी प्रकार की टिप्पणी नही करने की बात कही है। पार्षद ने कारण बताओं नोटिस मिलने की बात कहते हुए 3 दिन के अंदर में इसका स्पष्टीकरण अपनी पार्टी को सौपने की बात कही है।
"मुख्यमंत्री बघेल करेंगे साजा महाविद्यालय और छात्रावास के लोकार्पण, कुमारी देवी चौबे की प्रतिमा का अनावरण भी होगा"
बेमेतरा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 14 अगस्त को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित कुमारी देवी चौबे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, साजा के नवनिर्मित महाविद्यालय भवन और बालक तथा बालिका छात्रावास का लोकार्पण करेंगे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविन्द्र चौबे, संसदीय सचिव गुरूदयाल सिंह बंजारे, विधायक बेमेतरा आशीष छाबड़ा, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, कुलपति इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय डॉ. गिरीश चंदेल उपस्थित रहेंगे. इस अवसर पर बंशीलाल पटेल, बेमेतरा, संतोष वर्मा, साजा, जितेन्द्र उपाध्याय, थानखम्हरिया, दिनेश वर्मा, अध्यक्ष जनपद पंचायत, साजा, अनुसुईया पोषण सोनकर, सदस्य जनपद पंचायत, साजा, दुर्गेश पारस साहू, सरपंच, ग्राम पंचायत मोहगांव, साजा, इन्द्राणी सुखीराम सोनकर, सरपंच, ग्राम पंचायत मौहभाठा, साजा भी उपस्थित रहेंगे.
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में स्थापित कृषि महाविद्यालय, साजा के नवनिर्मित महाविद्यालय भवन का निर्माण छत्तीसगढ़ शासन की वित्तीय सहायता से किया गया है. इस भवन के निर्माण में कुल 5 करोड़ 25 लाख रुपये की लागत आई है. महाविद्यालय के बालक तथा बालिका छात्रावास भवनों का निर्माण भी छत्तीसगढ़ शासन की वित्तीय सहायता से किया गया है. जिसके निर्माण में कुल 2 करोड़ 28 लाख रुपये की लागत आई है. इन छात्रावास भवनों में कुल 20-20 कमरे हैं, जिनमें प्रति छात्रावास कुल 60 विद्यार्थियों की रहने की क्षमता है. छत्तीसगढ़ शासन कृषि विभाग द्वारा मोहगांव (साजा) जिला बेमेतरा में स्थापित कृषि महाविद्यालय में बी.एस.सी. (कृषि) 4 वर्षीय पाठ्यक्रम उपाधि की शिक्षा दी जाती है. इस महाविद्यालय में 60 सीटों पर विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है. वर्तमान में महाविद्यालय में कुल 185 छात्र अध्ययनरत हैं. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कृषि महाविद्यालय, साजा का नामकरण साजा की पूर्व विधायक स्वर्गीय कुमारी देवी चौबे के नाम पर करने का निर्णय लिया गया है. कृषि महाविद्यालय भवन के प्रांगण में स्वर्गीय कुमारी देवी चौबे की प्रतिमा स्थापित की गई है. जिसका अनावरण भी अतिथियों द्वारा किया जाएगा.
"बेमेतरा: खरीफ वर्ष 2023-24 के लिए किसान पोर्टल में पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक"
बेमेतरा: कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खरीदी विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का खरीदी हेतु किसान पंजीयन कराने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2023 तक निर्धारित की गई है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि लाभ धान के बदले अन्य फसल लेने वाले किसानों को कृषि विभाग के अंतर्गत अन्य योजनाओं का लाभ लेने हेतु एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन कराना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जारी किए गए निर्देशों के आधार पर इस वर्ष पूर्व के वर्षों की भांति कृषकों को पृथक से पंजीयन कराने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अंतर्गत उनका गत वर्ष का पंजीयन कैरीफॉरवर्ड कर दी जाएगी यदि किसान के पंजीयन में रकबा या अन्य कोई भी संशोधन कराने की स्थिति में उसे ऋण पुस्तिका, बी-1, आधार नंबर, पासबुक की छायाप्रति के साथ संबंधित सहकारी समितियों में जमा कराना आवश्यक होगा।
इसके अलावा नवीन पंजीयन कराने वाले किसानों को भी उक्त दस्तावेजों की छायाप्रति सहकारी समितियों में जमा कराना आवश्यक है। इसके पश्चात् दस्तावेजों के जाँच के उपरान्त नवीन किसान पंजीयन की कार्रवाई की जाएगी। गत वर्ष के पंजीकृत किसान यदि अपने पंजीयन में कोई भी संशोधन कराने चाहते है तो वे 30 सितंबर 2023 तक आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना पंजीयन कर सकते है। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर 2023 तक आवेदन प्राप्त नहीं होने पर पूर्व वर्ष के पंजीयन को यथावत् कैरीफॉरवर्ड कर दिया जाएगा।
खरीफ वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में पारदर्शी में सुधार के लिए बायोमेट्रिक आधारित खरीदी प्रणाली लागू की जा रही है। जिसमें किसान अपना बायोमेट्रिक आधार (अंगूठा लगाकर) प्रमाणीकरण के पश्चात् धान की बिक्री कर सकता है। किसानों का समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान कोई असुविधा न हो इसके लिए उनके परिवार एवं रिश्तेदारों को नॉमिनी बनाने की सुविधा प्रदान किया गया है। जिसके आधार पर स्वतः उपस्थित होकर या उनके द्वारा बनाए गए नॉमिनी के द्वारा धान की बिक्री की जा सकती है। इसके अतिरिक्त समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु विश्वसनीय व्यक्ति की नियुक्ति धान खरीदी केंद्रों में की जाएगी, जो धान खरीदी में सहयोग प्रदान करेंगे। हिस्सेदार, बटाईदार, अधिया रेगहा के तहत गतवर्ष की भांति पंजीयन किया जाएगा।
इसके फसल उगाने वाले कृषकों के लिए खेत का मालिकाना हक रखने वाले किसान स्वयं पंजीयन करा सकेंगे अथवा संबंधित कृषक के नामिनी के तौर पर पंजीयन करा सकता है। यदि किसी कारणवश पंजीकृत किसान अपना नॉमिनी अथवा आधार नंबर परिवर्तन कराना चाहता है तो उसका अनुमोदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार द्वारा किया जा सकता है। गतवर्ष पंजीकृत किसानों का पंजीयन उनके मृत्यु एवं अन्य कारणों से निरस्त किए जाने हेतु ऐसे किसानों की जानकारी तहसीलदारोें को प्रेषित की जाएगी।
उसके बाद तहसीलदार को प्रदान लॉगिन आईडी से किसान पंजीयन निरस्त की कार्रवाई की जाएगी। जिले के सभी किसानों से खरीफ वर्ष 2023-24 में नवीन पंजीयन एवं गतवर्ष के पंजीयन में सुधार के संबंध में अपने संबंधित समिति से संपर्क कर किसान पंजीयन अपडेट करायें। किसान पंजीयन एवं पंजीयन संशोधन हेतु आवेदन समिति से ही प्राप्त कर सकते है। सभी किसान से अपील की जाती है कि 31 अक्टूबर 2023 तक किसान पंजीयन से संबंधित अपना कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिससे समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में किसी प्रकार से कोई भी समस्या न हो।
बेमेतरा: साजा में 15 नए मतदान केंद्र बनाए गए, विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ी
बेमेतरा: आगामी विधानसभा निर्वाचन-2023 के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले के तीन विधानसभा के लिए मतदान केंद्रों की संख्या में बढ़ौतरी हुई है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान केंद्रों के युक्तियुक्तकरण के तहत जिले से भेजे गए प्रस्ताव में निहित मतदान केंद्रों के युक्तियुक्तकरण संबंधी प्रस्ताव पर निर्वाचन आयोग ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले में मतदान केंद्रों के युक्तियुक्तकरण के तहत बेमेतरा जिले के विधानसभा क्षेत्र साजा में 15 नये मतदान केंद्र बनाये गए है। इसके साथ ही ज़िले के तीनों विधानसभा क्षेत्र में भवन परिवर्तन, स्थल तथा नाम परिवर्तन भी किए गए है। निर्वाचन आयोग के अनुमोदन उपरांत मतदान केंद्रों की सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है। प्रकाशित मतदान केन्द्रों की सूची जिले के सभी तहसील कार्यालयों में तथा बेमेतरा जिले की वेबसाइट में देखी जा सकती है। विधानसभा क्षेत्र 68-साजा में 201 मतदान केन्द्र, विधानसभा क्षेत्र 69-बेमेतरा में 245 मतदान केन्द्र तथा विधानसभा क्षेत्र 70-नवागढ़ में 298 मतदान केन्द्र सहित जिले में अब मतदान केन्द्रों की कुल संख्या 744 हो गई है।
जिला निर्वाचन से मिली जानकारी अनुसार बेमेतरा जिले के विधानसभा क्षेत्र साजा में दूरी के आधार पर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित मतदान केन्द्रों को विभाजित कर 15 आश्रित ग्रामों में नये मतदान केन्द्र बनाए गए हैं, इनमें बेमेतरा जिले के विधानसभा क्षेत्र 68-साजा के ग्राम खैरा, समुंदवारा, बोरिया, मोतेसरा, केछवई, चुहका, भरमपुरी, संबलपुर, बोदका, भोजेपारा, बुड़ेरा, तुमड़ीपार, पथरीखुर्द, रुसे तथा ग्राम बासीन में नये मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इसी प्रकार भवन जर्जर एवं डिसमेंटल होने के कारण विधानसभा क्षेत्र 68-साजा में 4 भवन परिवर्तन, 2 स्थल परिवर्तन एवं 3 नाम परिवर्तन हुए हैं, वहीं विधानसभा क्षेत्र 69 बेमेतरा में 9 भवन परिर्वतन, 15 नाम परिवर्तन तथा विधानसभा क्षेत्र 70 नवागढ़ में 14 भवन परिवर्तन किए गए हैं।
बेरला महाविद्यालय में शिक्षकों और छात्रों ने मतदाता शपथ ली
बेमेतरा : जिले के बेरला महाविद्यालय में मतदाता शपथ कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें प्राचार्य डॉ प्रेमलता गौरे ने उपस्थित अधिकारी, शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को मतदाता की शपथ दिलाई।
स्वीप नोडल अधिकारी जीएस भारद्वाज द्वारा जानकारी दी गई कि ऐसे छात्र-छात्राएं जिनकी आयु 1 अक्टूबर 2023 की स्थिति में 18 वर्ष पूरी हो रही है वह सभी मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वा सकते हैं। महाविद्यालय में प्रवेश के दौरान छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन के माध्यम से फॉर्म 6 भरवाया जा रहा है। इच्छुक छात्र-छात्राएं 10वीं की अंकसूची, आधार कार्ड, कलर फोटो एवं माता पिता के मतदाता परिचय पत्र लेकर उपस्थित हो सकते हैं। अधिकारी ने जानकारी दी कि अभी तक लगभग 150 से अधिक छात्रों के नाम इस सत्र में जोड़ने की प्रक्रिया की जा चुकी है। कार्यक्रम में वरिष्ठ सहायक अध्यापक आस्था तिवारी, बीआरसी सिवारे, आनंद कुमार कुर्रे, आशीष एक्का, गिरजा वर्मा, खुशबू ध्रुव एनएसएस अधिकारी युवराज पावले सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री की पहल: धमधा के सांस्कृतिक महत्व के छह प्राचीन तालाबों का लौटा गौरव
विधि विधान से खुदाई कर ताम्रपत्र और काष्ठस्तंभ की हुई स्थापना
छै आगर छै कोरी तरिया के नाम से प्रसिद्ध है धमधा
रायपुर : सांस्कृति महत्व के छह प्राचीन तालाबों का गौरव फिर से लौट आया है। धमधा के छह तालाबों की खुदाई की गई ये तालाब वर्तमान में अस्तित्व खो चुके थे। इन पर कब्जा हो चुका था। इन तालाबों के गौरव को फिर से लौटाने की पहल मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर की गई। जिला प्रशासन दुर्ग द्वारा जल संरक्षण के इस मुहिम में आमजनों ने भी भरपूर साथ दिया। विलुप्त होते इन तालाबों की उपयोगिता व सौंदर्य को पुनःस्थापित करने का सराहनीय कार्य की प्रशंसा यहां के ग्रामीणजन कर रहे हैं।
सांस्कृतिक महत्व के धमधा के पुनर्जीवित इन छह तालाबों में विधि-विधान के साथ ताम्रपत्र व काष्ठ स्तंभ की स्थापना भी की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि तालाब हमारी संस्कृति और परंपरा को पल्लवित करते हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर इन तालाबों के सौंदर्यीकरण और उन्हें सहेजने का कार्य सराहनीय है। धमधा के अन्य प्राचीन तालाबों के जीर्णाेद्धार करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
सांस्कृतिक महत्व के इन तालाबों को जिला प्रशासन की मदद से पुनर्जीवित करने के अभियान में सबसे पहले तालाबों को पाट कर किए गए कब्जे को हटाया गया। कब्जा हटाने के बाद तालाबों की फिर से खुदाई हुई। खुदाई के काम में स्थानीय लोगों के साथ-साथ गौरवगाथा समिति, हिन्द एथलेटिक्स क्लब, नगर पंचायत, जल संसाधन विभाग के लोगों ने हिस्सा लिया। तालाब बनने के बाद पूरे विधि विधान से सरई लकड़ी का 12 फीट लंबा स्तंभ लगाया गया और शोभायात्रा निकाल कर त्रिमूर्ति महामाया मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। इन तालाबों का महत्व दर्शाने के लिए इसमें ताम्रपत्र अंकित किया गया। इस ताम्रपत्र में शासकीय तालाब होने, उसके रकबा, खसरा सहित अन्य ऐतिहासिक बातों का उल्लेख किया गया है।
गौरतलब है कि दुर्ग जिले का धमधा क्षेत्र छै आगर छै कोरी तरिया (126 तालाब) के लिए ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध था। गुजरते समय के साथ ये जल स्रोत विलुप्त होते चले गए और साथ ही लोगों के द्वारा कब्जा करके इसे पाट दिया गया। जिससे 126 तालाबों ने अपना अस्तित्व खो दिया। धर्मधाम गौरवगाथा समिति ने इन तालाबों पर शोध किया और इनकी पूरी पड़ताल करके 126 तालाबों की सूची बनाई, जिसमें रकबा, खसरा नंबर सहित उनके इतिहास को संजोया और एक किताब छै आगर छै कोरी तरिया अऊ बूढ़वा नरवा का प्रकाशन किया, जिस किताब का विमोचन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा किया गया।