संस्कृति

Chandra Grahan 2025 : साल के पहले चंद्रग्रहण की आ गई तारीख...अंतिरक्ष में दिखेगा ब्लड मून का नजारा...जानें टाइमिंग और भारत में कैसे आएगा नजर..

Chandra Grahan 2025 : साल का पहला चंद्रग्रहण मार्च महीने में होने जा रहा है। यह एक पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जो नवम्बर 2022 के बाद पहली बार होने जा रहा है। इस दौरान अंतरिक्ष में चांद नारंगी लाल रंग की रोशनी में लिपटा नजर आएगा। दुनिया की 13 फीसदी आबादी इस चंद्रग्रहण का दीदार करेगी।

हाइलाइट्स-

▪️साल 2025 का पहला चंद्रग्रहण मार्च में होने जा रहा है

▪️नवम्बर 2022 के बाद होगा पहला पूर्ण चंद्रग्रहण

▪️आसमान में नारंगी-लाल नजर आएगा चंद्रमा

Chandra Grahan 2025 : खगोलविद साल 2025 के पहले चंद्रग्रहण के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो आने वाली 13-14 मार्च की रात को होने जा रहा है। यह एक पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जिसमें ब्लड मून भी दिखाई देगा। चंद्रग्रहण उस खगोलीय घटना को कहते हैं, जो सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के एक सीध में होने के चलते होती है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया में सीधे गुजरता है। ऐसा होने से इसमें कुछ अजीब बदलाव आता है। यह कुछ वैसा ही है जब सूर्यग्रहण के दौरान पृथ्वी का एक हिस्सा चंद्रमा की छाया में चला जाता है।

कहां पर दिखेगा चंद्रग्रहण का नजारा?

पूर्ण चंद्रग्रहण का सबसे बेहतरीन नजारा उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका में रहने वालों को देखने को मिलेगा। टाइम एंड डेट के अनुसार, दुनिया की 13 फीसदी आबादी पूर्ण चंद्रग्रहण के मार्ग में होगी। यानी एक अरब लोग इसका दीदार करेंगे। यह केवल साफ आसमान में ही दिखाई देगा।

2022 के बाद पहला पूर्ण चंद्रग्रहण

मार्च में होने वाला यह ग्रहण नवम्बर 2022 के बाद से दुनिया में कहीं भी होने वाला पहला पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। यह साल 2025 व 2026 में होने वाले तीन चंद्रग्रहण में से पहला होगा। मार्च 2025 के पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान फुल वॉर्म मून होगा और पृथ्वी की छाया में चला जाएगा। ऐसा होने पर चंद्रमा की चमक धीरे-धीरे कम होगी। अपनी पूर्णता के दौरान चंद्रमा की सतह का पूरा हिस्सा नारंगी-लाल रंग में नजर आएगा। यह 65 मिनट तक चलेगा।

किस समय आएगा नजर?

चंद्रग्रहण ऐसी घटना है जो दुनिया में एक ही समय पर होती है, लेकिन अलग-अलग टाइम जोन के चलते हम इसे अलग समय में देखते हैं। अमेरिकी समय के अनुसार यह इसे पूर्णता में 14 मार्च को सुबह के समय 2.26 बजे से 3.31 बजे तक देखा जा सकेगा। भारतीय समयानुसार यह सुबह 11.56 बजे से शुरू होगा। इसका मतलब है कि पूर्णचंद्रग्रहण की घटना के दौरान भारत में दिन होगा। ऐसे में भारतीय उपमहाद्वीप में इसे नहीं देखा जा सकेगा। हालांकि, भारत में रहने वालों को निराश होने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन स्ट्रीमिंग के जरिए इसे देखा जा सकता है.

Leave Your Comment

Click to reload image