वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) को लेकर देशभर में तीव्र विरोध देखने को मिल रहा है। मुस्लिमों के इस प्रदर्शन को विपक्षी पार्टियों का समर्थन मिल रहा है। वहीं मोदी सरकार वक्फ बिल पर कदम पीछे खिंचने के मूड में बिलकुल भी नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया कि वक्फ (संशोधन) विधेयक को संसद के वर्तमान सत्र में फिर से पेश किया जाएगा। संसद का बजट सत्र चार अप्रैल तक चलेगा, ऐसे में तय हो गया है कि शेष चार कार्य दिवस में सरकार इसे पेश करने वाली है। इसी बीच अलीगढ़ के प्रख्यात मुस्लिम धर्मगुरु इफराहिम हुसैन ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र भेजकर वक्फ बिल विधेयक का विरोध करने वालों की जांच की मांग की है। इफराहिम हुसैन ने पीएम को भेजे गए अपने पत्र में यह भी लिखा कि वक्फ संपत्तियों के रखरखाव और उनके सही उपयोग को लेकर एक पारदर्शी नीति बनाई जानी चाहिए।
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धर्मगुरु इफराहिम हुसैन ने पत्र में लिखा है कि- जो लोग इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने अब तक वक्फ संपत्ति को भू-माफिया के कब्जे से मुक्त कराने और इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग क्यों नहीं की। मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि यदि इन संपत्तियों का सही उपयोग किया जाए तो मुस्लिम समाज के गरीब, अनाथ और जरूरतमंद लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं।
इफराहिम हुसैन ने अपने पत्र में जोर देकर कहा है कि वक्फ संपत्तियों को लेकर अब तक जो भी कार्य हुआ है, वह नाकाफी रहा है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या वक्फ संपत्तियां भू-माफियाओं के कब्जे में नहीं हैं? क्या इन संपत्तियों का लाभ जरूरतमंद मुस्लिम समाज को मिल पा रहा है? यदि नहीं तो इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
अधिकारों से वंचित मुस्लिम- हुसैन
उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम समाज की रहनुमाई करने वाले कुछ लोग ही समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं और जरूरतमंद मुस्लिमों को उनके अधिकारों से वंचित कर रहे हैं. ऐसे लोगों की पहचान कर उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। धर्मगुरु इफराहिम हुसैन ने यह भी स्पष्ट किया कि वक्फ संपत्तियों को सही ढंग से उपयोग में लाने की आवश्यकता है।
मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि यदि इन संपत्तियों का सही उपयोग किया जाए तो मुस्लिम समाज के गरीब, अनाथ और जरूरतमंद लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ प्रभावशाली लोग और संगठन ही वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं और इसका सही लाभ जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
इसके अलावा, उन्होंने मुस्लिम समाज के नेताओं और संगठनों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर राजनीति करने के बजाय समाज के कल्याण के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज की बेहतरी के लिए आवश्यक है कि वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग हो और इनका लाभ समाज के जरूरतमंद तबके को मिले। यदि ऐसा नहीं होता है तो यह समाज के लिए एक बड़ा नुकसान होगा।