भारत दौरे पर पहुंचे दुबई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन राशिद, पीएम मोदी से की मुलाकात, जानें भारत-यूएई के बीच क्या-क्या हुई डील
09-Apr-2025
दुबई के क्राउन प्रिंस (Dubai Crown Prince) और यूएई के डिप्टी प्रधानमंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को भारत पहुंचे। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने नई दिल्ली में दुबई के क्राउन प्रिंस से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं की मौजूदगी में भारत-यूएई के रिश्ते को नये आयाम देने के लिए कई समझौते हुए।
पीएम मोदी ने इस मुलाकात को दोनों देशों की गहरी दोस्ती का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह यात्रा भविष्य में और भी मजबूत सहयोग का रास्ता खोलेगी। शेख हमदान ने पीएम मोदी से बातचीत के बाद कहा कि यह मुलाकात भारत-यूएई के मजबूत रिश्तों की पुष्टि करती है। उन्होंने कहा कि दोनों देश विश्वास, साझा इतिहास और एक समृद्ध भविष्य के सपने के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौते दुबई के क्राउन प्रिंस और यूएई के रक्षा मंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की भारत यात्रा के दौरान हुए।
दुबई में स्थापित होगा आईआईएम अहमदाबाद का कैंपस
भारत और यूएई के बीच किए गए समझौतों में अहम फैसला भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (आईआईएम-ए) के कैंपस को दुबई में स्थापित करने का है। इस कैंपस में पहला एमबीए प्रोग्राम सितंबर 2025 में शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) का पहला विदेशी कैंपस भी दुबई में एक्पो सिटी में स्थापित किया जाएगा।
अबू धाबी में खुल चुका है आईआईटी का कैंपस
आईआईएम- अहमदाबाद और आईआईएफटी के कैंपस का दुबई में स्थापित होना दोनों देशों के बीच शैक्षिक सहयोग को और प्रगाढ़ करेगा। इससे दुबई और यूएई को एक प्रमुख वैश्विक शैक्षिक केंद्र के रूप में उभरने में मदद मिलेगी। पिछले साल अबू धाबी में आईआईटी का पहला मध्य-पूर्व कैंपस खोला गया था। इन पहलों का फायदा यूएई में बसे 4.3 मिलियन भारतीय समुदाय और खाड़ी क्षेत्र में करीब 9 मिलियन भारतीयों को होगा।
भारत-यूएई मित्रता अस्पताल की होगी स्थापना
इसके अलावा, भारत-यूएई मित्रता अस्पताल की स्थापना के लिए दुबई में भूमि आवंटित करने, कोच्चि और वाडिनार में शिप रिपेयर क्लस्टर्स के विकास और भारत मार्ट के निर्माण कार्य की शुरुआत की घोषणा की गई है। इन समझौतों के तहत दुबई चेम्बर ऑफ कॉमर्स में एक भारतीय कार्यालय भी खोला जाएगा, जो व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने का काम करेगा।
भारत मार्ट और वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर (वीटीसी) की घोषणा
भारत और यूएई के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारत मार्ट और वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर (वीटीसी) की घोषणा की गई है। वीटीसी और मैत्री इंटरफेस को सपोर्ट करने के लिए किए गए उपायों से द्विपक्षीय व्यापार को और बढ़ावा मिलेगा। सीईपीए (कंप्रिहेन्सिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट) लागू होने के बाद से दोनों देशों के बीच व्यापार कई गुना बढ़ा है। इन पहलों के माध्यम से द्विपक्षीय व्यापार 97 बिलियन डॉलर के पार जाने की उम्मीद है और गैर-तेल व्यापार का लक्ष्य 100 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
दुबई चेम्बर ऑफ कॉमर्स में भारतीय कार्यालय की स्थापना
भारत और यूएई के बीच व्यापारिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए दुबई चेम्बर ऑफ कॉमर्स में भारतीय कार्यालय की स्थापना भी एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय कंपनियां दुबई के पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, हेल्थकेयर, रिटेल, शिक्षा और मनोरंजन क्षेत्रों में शीर्ष निवेशक हैं। हर साल, भारतीय कंपनियां दुबई चेम्बर ऑफ कॉमर्स में नई कंपनियां पंजीकरण कराती हैं, जो दुबई की कंपनियों में 30-40 प्रतिशत का योगदान देती हैं।