शिक्षा
टैक्स बचाने और निवेश करने के लिए अब अच्छा समय है: ELSS म्यूचुअल फंड्स एक विकल्प
वित्तीय वर्ष 2023-24 का आखिरी महीना शुरू हो चुका है और इसके खत्म होने में महज 24 दिन बचे हैं. ऐसे में अगर आपने अभी तक टैक्स सेविंग प्लानिंग नहीं की है तो भी आप इसके लिए निवेश कर सकते हैं. अगर आप टैक्स बचाने के साथ-साथ निवेश पर अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो आप इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम यानी ईएलएसएस म्यूचुअल फंड में निवेश का विकल्प चुन सकते हैं.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, ईएलएसएस श्रेणी के म्यूचुअल फंडों ने एक साल में 58.98% तक का रिटर्न दिया है. आइए अब सबसे पहले ईएलएसएस फंड के बारे में जानते हैं और फिर एक साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले टॉप-10 ईएलएसएस म्यूचुअल फंड के बारे में भी जानते हैं.
ELSS Mutual Fund क्या है?
ईएलएसएस यानी इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम ऐसे म्यूचुअल फंड हैं जिनमें निवेशकों का पैसा 3 साल के लिए ब्लॉक किया जाता है. म्यूचुअल फंड की इस श्रेणी में आईटी एक्ट की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है. हालाँकि, शेयर बाज़ार से जुड़ा होने के कारण इसमें एफडी या एनएससी जैसी छोटी बचत की तुलना में अधिक जोखिम होता है.
अन्य टैक्स बचत योजनाओं की तुलना में इसमें लॉक-इन अवधि कम है. टैक्स सेविंग एफडी, पब्लिक प्रोविडेंट फंड समेत अन्य टैक्स सेविंग स्कीमों की तुलना में ईएलएसएस म्यूचुअल फंड में लॉक-इन अवधि काफी कम है. जहां निवेशकों का पैसा टैक्स सेविंग एफडी में 5 साल और पब्लिक प्रोविडेंट फंड में 15 साल तक लॉक रहता है. जबकि ईएलएसएस म्यूचुअल फंड में निवेशकों का पैसा 3 साल तक ब्लॉक रहता है.
हालाँकि, पैसा ब्लॉक करने का एक बड़ा फायदा यह है कि यह लंबी अवधि में अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है. इससे आपको धन सृजन में और मदद मिल सकती है. 3 साल के लॉक-इन की समाप्ति का मतलब यह नहीं है कि आपको फंड से बाहर निकलना होगा, आप इसे आगे भी बढ़ा सकते हैं.
रायपुर: बीएएमएस और बीएचएमएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा नोटिफिकेशन जारी
रायपुर: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने बीएएमएस और बीएचएमएस पाठ्यकमों में प्रवेश के नोटिफिकेशन जारी किया है. शैक्षणिक सत्र 2024-25 में छत्तीसगढ़ राज्य के शासकीय और निजी क्षेत्र के आयुर्वेद एवं होम्योपैथी चिकित्सा महाविद्यालयों के बी.ए.एम.एस., बी.एच.एम.एस. पाठ्यकमों में प्रवेश केवल राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (यूजी)-2024 के मेरिट (प्रावीण्यता) सूची के आधार पर किए जाएंगे. इसके लिए प्रदेश स्तर पर कोई प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी.
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा जारी विज्ञापन में ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 9 मार्च 2024 रात्रि 9 बजे तक और ऑनलाइन फीस जमा करने की अंतिम तिथि 9 मार्च 2024 रात्रि 11.50 बजे तक निर्धारित है. विस्तृत विवरण राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की वेबसाइट www.nta.ac.in, exams.nta.ac.in/NEET पर उपलब्ध है. इस पाठ्यकमों में प्रवेश के लिए प्रदेश के इच्छुक अभ्यर्थी निर्धारित तिथि, समय तक आवेदन कर सकते हैं.
"क्रेडिट कार्ड के लिए एफडी समर्थित विकल्प: अधिक जानकारी"
लोग क्रेडिट कार्ड से भुगतान करना बहुत सुविधाजनक मानते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि यह लगभग 50 दिनों तक बिना किसी ब्याज के पैसे का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है. अगर सिबिल स्कोर और इनकम जैसे पैरामीटर सही हैं तो क्रेडिट कार्ड पाना आसान हो जाता है.
अगर सिबिल स्कोर कम है और सैलरी भी कम है तो कई बैंक क्रेडिट कार्ड जारी नहीं करते हैं. ऐसे में एफडी समर्थित क्रेडिट कार्ड एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इसमें भी आपको सामान्य क्रेडिट कार्ड की तरह ही भुगतान करने पर रिवॉर्ड और अन्य सुविधाएं मिलती हैं.
FD-समर्थित क्रेडिट कार्ड क्या है?
यह एक सुरक्षित क्रेडिट कार्ड है. इसे जारी करने के लिए, बैंक आपसे संपार्श्विक के रूप में एफडी प्राप्त करने के लिए कहता है या पहले से मौजूद एफडी के बदले कार्ड जारी करता है. अगर कोई कार्ड यूजर भुगतान में चूक करता है तो बैंक एफडी से रकम वसूल लेता है.
इन कार्डों की क्रेडिट सीमा आपकी FD में जमा राशि का 80%-90% तक होती है. वहीं, कई बैंक इन क्रेडिट कार्ड पर अनसिक्योर्ड या सामान्य क्रेडिट कार्ड की तुलना में कम ब्याज लेते हैं. इसके अलावा इन कार्डों का वार्षिक रखरखाव शुल्क भी बहुत कम या शून्य है.
टैक्स सेवर एफडी पर क्रेडिट कार्ड उपलब्ध नहीं है
बैंक कर बचत जमा के बदले कोई एफडी-समर्थित क्रेडिट कार्ड जारी नहीं करता है. यहां तक कि फ्लेक्सी डिपॉजिट के लिए भी, जिसमें ऑटो-स्वाइप सुविधा है, बैंक एफडी-समर्थित क्रेडिट कार्ड जारी नहीं करता है. इसके लिए आपके पास सामान्य एफडी ही होनी चाहिए.
कैंसर के बढ़ते खतरे के बारे में जानकारी और बचाव के उपाय
कैंसर का खतरा वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है, लगभग सभी उम्र के लोग इसके शिकार पाए जा रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चिंता जताते हुए कहा कि आने वाले कुछ वर्षों में कैंसर के मामले और भी बढ़ सकते हैं, जिसको लेकर सभी लोगों को निरंतर सावधानी बरतते रहना जरूरी है.
पुरुषों में फेफड़े और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सबसे अधिक देखा जा रहा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कुछ प्रकार के जोखिम कारक हैं, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले हो सकते हैं, जिसके बारे में जानकारी होना और बचाव के उपाय करते रहना जरूरी है.
मोटापा सबसे बड़ा खतरा
वजन की समस्या कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाली हो सकती है.विशेषतौर पर अधिक वजन और मोटापा कैंसर का प्रमुख जोखिम कारक माना जाता है. अध्ययनों में पाया गया है कि मोटापे की स्थिति कम से कम 13 प्रकार के कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाली हो सकती है जिनमें एंडोमेट्रियल (गर्भाशय) कैंसर, स्तन कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर प्रमुख शामिल हैं.
शराब-धूम्रपान का अधिक सेवन
अत्यधिक शराब-धूम्रपान के कारण भी आपको कैंसर का खतरा हो सकता है. अत्यधिक शराब पीने से लिवर को सबसे ज्यादा क्षति पहुंचती है और लिवर कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है. धूम्रपान को भी कैंसर कारक माना जाता है. ये फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारक है. इन दोनों आदतों से दूरी बनाकर 40 फीसदी तक कैंसर से बचाव किया जा सकता है.
पंडित रवि शंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर: 2024 की वार्षिक परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी
पंडित रवि शंकर शुक्ला युनिवर्सिटी रायपुर
रेगुलर / प्राइवेट /भूतपूर्व / पूरक सभी की वार्षिक परीक्षा 2024 हेतु प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए हैं
नीचे लिंक के माध्यम से अपना Username & Password Login करके एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं !
www.prsuuniv.in/prsuform/login
परीक्षा प्रारंभ :- 5 मार्च से
पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी रायपुर के अंतर्गत संचालित समस्त कॉलेज में पढ़ने वाले रेगुलर हो या प्राइवेट सभी के साथ ग्रुप लिंक शेयर करे__ताकि यूनिवर्सिटी द्वारा जारी नोटिस , समय सारणी, result आदि की जानकारी समय पर मिल सके !
"चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CA) 2024 परीक्षा के लिए पंजीकरण आरंभ, आवेदन की आखिरी तारीख 23 फरवरी"
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CA) 2024 परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया आज से शुरू कर दी है. जो उम्मीदवार CA फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल पाठ्यक्रम की परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. आवेदन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख 23 फरवरी है. हालांकि, उम्मीदवार विलंब शुल्क के साथ 2 मार्च तक पंजीकरण कर सकते हैं. CA फाउंडेशन परीक्षा के लिए 1,500 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क निर्धारित किया गया है.
कब से शुरू होगी फाउंडेशन और इंटरमीडिएट परीक्षाएं
CA फाउंडेशन पाठ्यक्रम की परीक्षाएं 20, 22, 24 और 26 जून को आयोजित की जाएंगी. फाउंडेशन पेपर 1 और पेपर 2 के लिए परीक्षा दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक होगी, जबकि पेपर 3 और पेपर 4 के लिए दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक परीक्षा होगी. इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम के लिए ग्रुप 1 की परीक्षाएं 3, 5 और 7 मई को और ग्रुप 2 की परीक्षाएं 9, 11 और 13 मई को आयोजित की जाएगी.
"CBSE का नया शैक्षणिक ढांचा: 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए बदलाव, 6 विषयों की जगह 10 और 5 की बजाय 6, 2 भाषाएं अनिवार्य"
CBSE ने एक प्रस्ताव तैयार किया है. जिसके मुताबिक 10वीं और 12वीं के शैक्षणिक ढांचे में बड़ा परिवर्तन किया जाएगा. इस प्रस्ताव के मुताबिक, 10वीं के विद्यार्थियों को 5 की जगह 10 विषयों के पेपर देने होंगे. इसी तरह 12वीं में विद्यार्थियों को 5 की जगह 6 विषयों में पास होना होगा. बदलाव का उद्देश्य नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क को स्कूली शिक्षा में लागू करना है.
10वीं के लिए ये बदलाव
अब 10वीं के विद्यार्थियों को 2 की जगह 3 भाषाएं पढ़ना होंगी. इसमें कम से कम 2 मूल भाषाएं होनी चाहिए. 10वीं में 7 विषयों को जोड़े जाने का प्रस्ताव है. इसमें गणित और कंप्यूटेशन थिंकिंग, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, कला शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा शामिल हैं. 3 भाषाओं, गणित और कंप्यूटेशन थिंकिंग, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और पर्यावरण शिक्षा का मूल्यांकन बाहरी तौर किया जाएगा. अन्य 3 विषयों का मूल्यांकन आंतरिक और बाहरी दोनों रूप से होगा.
सभी 10 विषयों में उत्तीर्ण होना जरूरी
भाषाओं के साथ नए जोड़े जाने वाले विषयों का मूल्यांकन आंतरिक और बाहरी तरीके से होगा, लेकिन छात्रों को 11वीं में दाखिले के लिए सभी 10 विषयों में पास होना होगा. इससे कम विषय में पास उम्मीदवारों को अगली कक्षा में प्रवेश नहीं मिलेगा.
12वीं में ये बदलाव
कक्षा 12 के लिए प्रस्तावित परिवर्तनों में छात्रों को 1 के बजाय 2 भाषाओं का अध्ययन करना शामिल है. इसमें कम से कम 1 भाषा मूल भारतीय भाषा होनी चाहिए. छात्रों को 5 की बजाय 6 विषयों की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी. 6 विषयों में 2 भाषाएं और 5वें वैकल्पिक विषय के साथ 4 विषय शामिल होंगे. बता दें कि पिछले लंबे समय से 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं के शैक्षणिक ढांचे में बदलाव की तैयारी चल रही है.
पढ़ाई के लिए निर्धारित होंगे घंटे
CBSE की योजना के मुताबिक, अब 1 शैक्षणिक वर्ष लगभग 1,200 अनुमानित शिक्षण घंटों से बना होगा, जो 40 क्रेडिट अर्जित करने में मदद करेगा. प्रत्येक विषय के लिए निश्चित घंटे आवंटित होंगे और औसत छात्र को अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए 1 साल में 1,200 घंटे का समय स्कूल में देना होगा.
कब से लागू होगा बदलाव?
अधिकारियों के मुताबिक, इस प्रस्ताव को लेकर CBSE ने स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों से प्रतिक्रिया ली थी, सभी से सकारात्मक और अनुकूल प्रतिक्रिया मिली है. सभी शिक्षकों की प्रतिक्रिया में शिक्षण स्वायत्ता पर भी प्रकाश डाला गया है. ऐसे में CBSE ने सभी पहलुओं पर विचार करते हुए प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया है. हालांकि, ये नई प्रणाली किस शैक्षणिक वर्ष से लागू की जाएगी, इसको लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है.
"स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए साइबर सुरक्षा चेतावनी: ऑनलाइन गेमिंग के दौरान सावधान रहें, सरकार द्वारा सुरक्षा सुझाव जारी"
भारत सरकार के गृह मंत्रालय (MHA) ने स्मार्टफोन यूजर्स के लिए एक जरूरी वॉर्निंग जारी की है. दरअसल, होम मिनिस्ट्री के साइबर विंग ने एक जरूरी मैसेज भेजा है, जिसमें स्मार्टफोन यूजर्स को ऑनलाइन गेमिंग (Online Game) के दौरान सावधान रहने को कहा है. साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर कुछ खास सेफ्टी टिप्स भी बताए हैं.
साइबर क्रिमिनिल्स लोगों को ठगने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. उनमें से एक तरीका ऑनलाइन गेम (Online Game) खेलने के दौरान मैलिकुलस लिंक (खतरनाक लिंक) सेंड करना भी शामिल है, जिस पर कई यूजर्स क्लिक कर देते हैं. इसके बाद उनके बैंक अकाउंट से उनकी जिंदगी भर की कमाई तक गायब हो सकती है. आइए इन सेफ्टी टिप्स के बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
ऑनलाइन गेमर्स के साथ हो रहा फ्रॉड
दरअसल, साइबर क्राइम दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और साइबर क्रिमिनल्स लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए रोजाना नए-नए तरीकों का अविष्कार करते रहते हैं. उनमें से एक तरीका ऑनलाइन गेमिंग (Online Game) के लिए भी अपनाया जाता है. स्मार्टफोन या लैपटॉप पर भी ऑनलाइन गेम (Online Game) खेलने वाले गेमर्स को साइबर क्रिमिनल्स कुछ ऐसे खतरनाक लिंक सेंड कर देते हैं, जिसे क्लिक करने के बाद गेमर्स के बैंक अकाउंट की पूरी डिटेल या यूं कहें कि पूरी कमाई उस फ्रॉड इंसान के पास चली जाती है.
ऐसे लोग गेमर्स को ऑनलाइन गेम (Online Game) खेलने पर मिलने वाले रिवॉर्ड्स या किसी खास ऑफर का लालच देकर लिंक भेजते हैं, और उसे क्लिक करने के लिए प्रेरित करते हैं. जब गेमर्स उस लिंक को क्लिक कर देते हैं, तो उनके साथ ठगी हो जाती है. इसी कारण से सरकार ने ऑनलाइन गेम खेलने वाले गेमर्स के लिए वॉर्निंग जारी की है और कुछ सुरक्षा के लिए कुछ सेफ्टी टिप्स भी बताए हैं.
ऑनलाइन गेमर्स के लिए सरकार के टिप्स
‘ऑफर के जाल में कभी न फंसे’
विभाग ने लोगों से ऑनलाइन एप्स को गूगल प्ले स्टोर, एपल स्टोर और आधिकारिक वेबसाइट जैसे भरोसेमंद स्त्रोतों से ही डाउनलोड करने का आह्वान किया और वेबसाइट की वैधता सुनिश्चित करने के लिए गेम एप के डेवलपर की जांच करने की बात कही. साइबर सुरक्षा प्रकोष्ठ ने कहा, गेम में मिलने वाली खास खरीदारी व लुभावने सब्सक्रिप्शन ऑफर के जाल में कभी न फंसे.
गेम खेलते समय शेयर न करें निजी जानकारी
अलर्ट में कहा गया है कि धोखेबाज खिलाडि़यों को फंसाने के लिए उनकी निजी जानकारी का उपयोग कर सकते हैं. ऐसे में गेम के चैट या फोरम में अपनी निजी जानकारी साझा नहीं करें. यह भी सुझाव दिया गया कि एप डाउनलोड करते समय केवल जरूरी अनुमति ही दें.
सरकार द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है कि आनलाइन धोखाधड़ी होने की स्थिति में तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें.
"देखे कैसे करें अखबार का इस्तेमाल, गार्डन को हरा-भरा बनाए रखने के लिए कुछ उपयोगी टिप्स"
हम सभी देश-दुनिया की खबरें पढ़ने के लिए अखबार खरीदते हैं. रोजाना नया न्यूज पेपर आने की वजह से पहले आना वाला पेपर पुराना होता है. इसी तरह घर पर एक-दो महीने में ढेर सारे पेपर इकट्ठा होते हैं. अक्सर मम्मियां इन पुराने पेपर को रैक पर बिछाने में इस्तेमाल करती हैं और ज्यादा पेपर होने पर कबाड़ी के हाथों बेच देती हैं. ऐसे में आज हम आपको यहां अखबार के ऐसे फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके गार्डन को हरा-भरा रख सकता है. घर के आंगन में लगे पौधे की खूबसूरती देखते बनती है. इस खूबसूरती के पौधों की सही देखभाल बहुत जरूरी होती है. वैसे इसके खराब होने के बहुत सारे कारण हैं, लेकिन कुछ वजह हमारी देखभाल से जुड़े होते हैं. आप कुछ चीजों को अखबार की मदद से रोक सकते हैं. चलिए जानते हैं कैसे.
न्यूज पेपर से करें मल्चिंग
मिट्टी के टेंपरेचर को मेंटेन करने के लिए मल्चिंग का इस्तेमाल किया जाता है. आप पेपर की मदद से बिना खर्च के मल्चिंग कर सकती हैं. इसके लिए आपको न्यूज पेपर के छोटे-छोटे टुकड़े करके पौधों की जड़ों के आस-पास डालना होता है.
कम्पोस्ट की गुणवत्ता
न्यूज पेपर में कार्बन और नाइट्रोजन स्त्रोत पाये जाते हैं. ये दोनों पोषक तत्व पौधों को बढ़ाने में मदद करते हैं. ऐसे में आप कम्पोस्ट की क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए अखबार कर इस्तेमाल करें. इसके लिए आप पेपर को फाड़ कर कम्पोस्ट तैयार करते वक्त मिला दें या फिर कम्पोस्ट कंटेनर की तली में बिछा दें.
ठंड से करता है बचाव
हर समय में अलग-अलग किस्म के पौधे ग्रो करते हैं. कुछ पौधे ठंड के मौसम में अच्छे से बढ़ते हैं तो वहीं कुछ पौधे अधिक ठंड में खराब हो जाते हैं. ऐसे में आप पौधों को बचाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकती हैं. विंटर सीजन में प्लांट को हरा-भरा रखने के लिए इसका यूज कर सकती हैं. इसके लिए आपको रात के समय प्लांट को पेपर की मदद से ढक दें और दिन के समय इसे प्लांट से हटा दें.
खरपतवार को करता है कम
पौधों के बीच में खरपतवार उग आते हैं, जो जहरीले होने के कारण कई बार प्लांट को खत्म कर देते हैं. ऐसे में अपने गार्डन को सुरक्षित रखने के लिए आप पॉट और पेड़-पौधों के आस-पास न्यूज पेपर को बिछाकर इसे गीली घास से ढक दें. ऐसा करने से खरपतवार जम नहीं पाते हैं और प्लांट बच जाते हैं.
सीड जर्मिनेशन में सहायक
न्यूज पेपर की मदद से आप कीड़े- मकौड़ों को भी दूर रख सकती हैं. इसके लिए आपको अपने गार्डन में अखबार को बिछाना पड़ेगा. इसके अलावा आप सीड जर्मिनेशन प्रोसेस में भी अखाबर का इस्तेमाल कर सकती हैं क्योंकि यह नमी को देर तक बरकरार रखता है.
"वर्क फ्रॉम होम धोखाधड़ी: साइबर ठगों के खिलाफ सतर्क रहें, 100 से ज्यादा फर्जी वेबसाइटों पर सरकार का एक्शन"
कोविड के बाद से वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ गया है. कई लोग चाहते हैं कि उन्हें ऐसा काम मिले, जिससे वह घर बैठे ही कर सकें. महिलाएं भी चाहती हैं कि उन्हें ऐसा काम मिले कि जिसे घर से ही पूरा किया जा सके. साथ ही, वे अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को भी निभा सकें. साइबर ठग लोगों की इसी मानसिकता फायदा उठा कर लोगों को वर्क फ्रम होम का झांसा दे रहे हैं और उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं. साइबर अधिकांश मामलों में, वे काम शुरू होने से पहले जमानत राशि की मांग करते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि पीड़ित कितना हताश है.
कैसे ठगी को अंजाम देते हैं अपराधी?
ठाकुर ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर अनेक तरह के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए हैं, फिर चाहे वह एक एग्रीमेंट के तहत टारगेट पूरा करने का काम दिया जाए या इसके अलावा वह इंग्लिश स्क्रिप्ट पढ़ कर लोगों का ब्रेन वॉश करते हैं और फिर उसके बाद उन्हें काम के जाल में फंसा लेते हैं.
मैसेज के जरिए वर्क फ्रम होम का ऑप्शन देते है. इसमें घर बैठे डेली कमाई करने का ऑफर दिया जा रहा था. इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए उन्होंने लिंक पर क्लिक किया, तो वह सीधे एक वॉट्सऐप नंबर पर पर चले जाते हैं. इसके बाद एक अनजान व्यक्ति की तरफ से एक रजिस्टर्ड वेबसाइट पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन पूरा करने को कहा जाता हैं.
सेफ रहने के लिए क्या करें?
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि वर्क फ्रॉम के नाम पर कोरोना के बाद से ठगी के मामले बहुत ज्यादा हो गए हैं. अगर कोई कंपनी ऑफर दे तो उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाएं. अनजान नंबर से आने वाले लिंक के बाद अगर कोई टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ने की बात करे तो अलर्ट हो जाएं. ई-वॉलेट में जमा हुए रुपये निकालने के लिए और निवेश के लिए बोले तो फौरन साइबर सेल से शिकायत दें. किसी सर्वे या लिंक पर क्लिक करने के लिए कोई कंपनी पैसा नहीं देती है. ऐसे ऑफर से सतर्क रहें. 4-5 हजार रुपये रोज घर बैठे कमाने का ऑफर सिर्फ छलावा हो सकता है. नौकरी के लिए हमेशा कंपनी के दफ्तर में ही संपर्क करें.
ठगने वाली 100 से ज्यादा वेबसाइट बैन
इनके झांसे में आकर पिछले कुछ समय में कई लोगों के बैंक अकाउंट खाली हो गए. लेकिन सरकार ने इन फर्जी वेबसाइट पर बड़ा एक्शन लेते हुए धोखाधड़ी वाली 100 से ज्यादा वेबसाइट को बैन कर दिया है.
#fraud #scam #scammer #scammers #fake #covid #scammersofinstagram #scammeralert #scamalert #crime #money #cybersecurity #fraudalert #spam #security #fraudster #fraudprevention #trump #cybercrime #bhfyp #business #criminal #investigation #beware #conartist #corruption #scamartist #teejayx #fakeaccount #liar
"वोटर आईडी कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन: आसानी से घर बैठे करें पंजीकरण और बनाएं अपनी पहचान"
देश में अगले भारतीय आम चुनाव मई 2024 तक हो सकते हैं. इसके लिए आपके पास वोटर आईडी कार्ड होना चाहिए? यदि नहीं, तो चिंता न करें, आप इसे घर पर मिनटों में लगा सकते हैं. जी हां, इसके लिए आपको किसी ऑफिस के चक्कर लगाने की भी जरूरत नहीं है.
ये तो आप जानते ही हैं कि वोट देने के लिए वोटर आईडी कार्ड एक बेहद जरूरी दस्तावेज है. वैसे तो आप आधार कार्ड के जरिए भी अपना वोट डाल सकते हैं, लेकिन वोटर आईडी कार्ड की अपनी पहचान होती है. खास बात यह है कि आप इसका इस्तेमाल कई कामों में वेरिफिकेशन के लिए भी कर सकते हैं.
वोटर आईडी कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले voters.eci.gov.in पर जाएं.
- यहां सबसे पहले आपको ‘फॉर्म’ के अंदर ‘फिल फॉर्म 6’ दिखेगा, उसे चुनें.
- हालाँकि, आप इस फॉर्म को यहां से भी डाउनलोड और भर सकते हैं.
- ऑनलाइन आवेदन करने के लिए अपना मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और अन्य विवरण दर्ज करके साइन अप करें.
- यदि आपने पहले ही पंजीकरण कर लिया है, तो अपना मोबाइल या ईपीआईसी नंबर, पासवर्ड और कैप्चा दर्ज करें.
- इसके बाद ‘रिक्वेस्ट ओटीपी’ पर क्लिक करें, यहां वन-टाइम पासवर्ड डालकर लॉग इन करें.
- इसके बाद अपनी सारी जानकारी दर्ज करें और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें.
- इतना करने के बाद बस “Submit” बटन पर क्लिक करें.
- सबमिट बटन दबाने के बाद, अपने व्यक्तिगत मतदाता पहचान पत्र पृष्ठ लिंक के लिए अपना ईमेल जांचें. इस पृष्ठ पर अपना आवेदन ट्रैक करें.
ये दस्तावेज हैं जरूरी
- वोटर आईडी कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपके पास ये दस्तावेज होना बहुत जरूरी है. आइए इसके बारे में जानें.
- एक पासपोर्ट साइज फोटो और अपने हस्ताक्षर की एक फोटो क्लिक करें और इसे अपने लैपटॉप या पीसी में सेव करें.
- जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड या हाई स्कूल मार्कशीट जैसे पहचान प्रमाण की एक पीडीएफ तैयार करें.
- एड्रेस प्रूफ के लिए आप राशन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या फोन या बिजली बिल जमा कर सकते हैं.
साथ ही जानिए कौन कर सकता है आवेदन?
- आवेदन करने के लिए आपको भारतीय नागरिक होना चाहिए.
- साथ ही आवेदक के पास स्थायी आवासीय पता होना चाहिए.
- आवेदक की न्यूनतम आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए.
#voter #vote #election #voting #elections #voterregistration #democracy #electionday #ivoted #votingmatters #politics #govote #votevotevote #votingrights #registertovote #votebymail #voters #voted #votingday #getoutthevote #votenow #voteblue #votersuppression #votes #covid #news #democrat #voteforchange #civicengagement #democrats
"एलआईसी ने लॉन्च किया नया 'जीवन उत्सव प्लान', जानिए इसकी विशेषताएँ और फायदे"
भारतीय जीवन बीमा निगम लोगों की जरूरतों के हिसाब से कई योजनाएं लाता है। एलआईसी के पास हर वर्ग के व्यक्ति के लिए जीवन बीमा की एक विशेष योजना है। अब एलआईसी ने एक ऐसी स्कीम लॉन्च की है, जिसमें लाइफ टाइम रिटर्न मिलने की बात कही गई है. इसके साथ ही LIC का ये प्लान ग्राहकों के लिए कई बड़े फायदे लेकर आया है. इसका नाम एलआईसी जीवन उत्सव प्लान है।
एलआईसी जीवन उत्सव योजना क्या है?
एलआईसी ने इस योजना को 29 नवंबर 2023 को लॉन्च किया था। एलआईसी जीवन उत्सव योजना एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, मनी बैक लाइफ प्लान है। जिसमें बीमा राशि का 10 प्रतिशत तक आय लाभ दिया जाएगा। यानी पॉलिसी मैच्योर होने के बाद पॉलिसीधारक जीवन भर लाभ के रूप में बीमा राशि का 10 प्रतिशत का लाभ उठा सकेगा। न्यूनतम बीमा राशि 5 लाख रुपये तय की गई है. अधिकतम राशि के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है. इसमें बीमाकर्ता को आजीवन रिटर्न मिलता है और प्रीमियम भुगतान का समय पांच साल से सोलह साल तक सीमित होता है।
दो विकल्प
कवर शुरू होने के बाद पॉलिसीधारक को दो विकल्पों में से एक चुनना होगा। जिसमें से पहला विकल्प है रेगुलर इनकम बेनिफिट और दूसरा विकल्प है फ्लेक्सी इनकम बेनिफिट.
कौन पात्र है?
एलआईसी की इस नई योजना के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 75 वर्ष है। इसके लिए कम से कम पांच साल तक प्रीमियम का भुगतान करना होगा. अधिकतम प्रीमियम भुगतान अवधि 16 वर्ष है।
ब्याज दर क्या है?
इसमें निवेशकों को 5.5 फीसदी की दर से सालाना ब्याज दिया जाएगा. यह ब्याज विलंबित और संचयी फ्लेक्सी आय लाभ पर दिया जाएगा।
फ़ायदा
संचित लाभ, परिपक्वता लाभ, मृत्यु लाभ और उत्तरजीविता लाभ दिया जाएगा।
कैसे होगी निकासी?
इस योजना में, पॉलिसीधारक की मृत्यु की तारीख, जो भी पहले हो, पर निकासी की जा सकती है। गणना वार्षिक आधार पर की जाएगी. इतना ही नहीं, बीमाकर्ता लिखित आवेदन करने के बाद भी 75 प्रतिशत राशि निकाल सकता है। इस रकम में ब्याज की रकम भी शामिल होगी.
#licindia #insurance #lic #lifeinsurance #licindiaforever #insuranceagent #licpolicy #lifeincolor #investment #lifeinsuranceagent #licplans #licofindia #savings #licfestival #mediclaim #healthinsurance #nriservices #saving #investments #healthpolicy #licagent #mediclaimpolicy #insuranceguide #money #lifeinsurancecorporationofindia #aakashgargyoutube #aakashgargofficial #aakashgarglic #aakashgarg #insuranceagents
"मेघदूत ऐप: किसानों के लिए मौसम से जुड़ी सटीक जानकारी का स्रोत"
किसानों को फसलों से लेकर सब्जी भाजी की बुआई के लिए सबसे जरूरी चीज होती है मौसम का अनुकूल होना. इसी को ध्यान में रखते हुए मौसम विभाग की ओर से एक ऐप विकसित किया गया है. जिसका नाम मेघदूत है. मेघदूत ऐप (meghdoot app) के जरिए किसानों को मौसम की सटीक जानकारी उपलब्ध हो सकेगी. इस ऐप के इस्तेमाल से किसानों को मौसम के जोखिम से डरने की जरूरत नहीं है. कोई भी किसान इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर नि:शुल्क डाउनलोड कर सकता है. इस एप के माध्यम से किसान मौसम के खतरे से अपनी फसलों का बचाव के साथ ही बेहतर उत्पादन कर सकता है.
कैसे करें मेघदूत ऐप का इस्तेमाल
मेघदूत ऐप किसानों को मौसम की सटीक जानकारी देने के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की एक संयुक्त पहल के तहत विकसित किया गया है. मेघदूत ऐप को गूगल प्ले स्टोर से किसानों को डाउनलोड करना होगा. रजिस्ट्रेशन करने के लिए किसानों को मोबाइल नंबर डालना होगा. उसके बाद अपनी पसंदीदा भाषा का उपयोग करके साइन इन करना होगा. ऐप हर मंगलवार और शुक्रवार को एग्रोमेट फील्ड यूनिट द्वारा जारी फसल पर जिलेवार सलाह और पूर्व अनुमानित मौसम की जानकारी देता है.
सिंचाई में भी करेगा सहयोग
किसानों को मौसम के अनुसार निर्णय लेने और फसलों की बुआई, कीटनाशक, उर्वरक का प्रयोग, सिंचाई के समय का निर्धारण करने में भी मदद करता है. इसके अलावा मेघदूत ऐप से मौसम की जानकारी, बारिश, तापमान आर्द्रता, हवा की गति और दिशा से संबंधित 5 दिनों के पिछले और बाद के मौसम की जानकारी भी मिलती है.
"कार बैटरी की उम्र को बढ़ाने के लिए कुछ उपाय: टिप्स और सुझाव"
कार में अगर बैटरी खराब हो जाती है, तो उसे स्टार्ट करने में काफी परेशानी आती है. लेकिन अगर आप भी बिना कोई अतिरिक्त खर्चा किए Battery की उम्र को बढ़ाना चाहते हैं. तो हम इस खबर में आपको कुछ ऐसी जानकारी दे रहे हैं, जिनसे बैटरी की उम्र को बढ़ाया जा सकता है.
लोकल बैटरी न डलवाएं
आप जब भी अपनी कार में Battery डलवाएं, इस बात का ख्याल रखें कि ये लोकल न हो. क्योंकि आजकल बाजार में ऐसी कंपनियों की भरमार है और कुछ सस्ती होने की वजह से कई लोग इन्हें खरीद लेते हैं. लेकिन बाद में पछताना पड़ता है. जब ये सही तरीके से काम नहीं करती और कार में धक्का लगवाने की नौबत आ जाती है.
सेल्फ लगाते रहें
अगर आपकी कार का यूज डेली या फ्रीक्वेंटली होता रहता है, तब आपकी कार की बैटरी एक दम दुरुस्त रहेगी. वहीं अगर आपकी कार लम्बे समय तक खड़ी रहती है, ऐसी स्थिति में आपकी जेब ढीली होने के चांस काफी बढ़ जाते हैं. इससे बचने के लिए कोशिश करें कि, एक दो-दिन छोड़ कर गाड़ी को स्टार्ट करते रहें.
बैटरी के टर्मिनल पर न लगाएं ग्रीस
अक्सर देखा जाता है कि सर्विस के दौरान मैकेनिक, कार में लगी Battery के टर्मिनल पर ग्रीस लगा देते हैं जोकि बैटरी की सेहत के लिए ठीक नहीं है. बैटरी एक्सपर्ट मानते हैं कि टर्मिनल पर ग्रीस लगाने से बैटरी खराब हो सकती है. इसलिए ग्रीस की जगह पैट्रोलियम जैली या फिर वैसलीन का इस्तेमाल किया जा सकता है.
टर्मिनल की जांच जरूरी
बैटरी की समय-समय पर जांच न करना भी इसकी लाइफ को कम कर देता है. बैटरी एक्सपर्ट की माने तो महीने में दो बार बैटरी की जांच करना अनिवार्य है.अक्सर Battery टर्मिनल के पास एसिड जमा हो जाता है जोकि बैटरी का दुश्मन है. इसलिए इसकी सफाई करना बेहद जरूरी होता है. अगर बैटरी मेंटेनेंस फ्री नहीं है और उसमें बैटरी वाटर का इस्तेमाल किया जाता है.
कब बदलें बैटरी
वैसे आजकल ज्यादातर Battery 48 महीने की वारंटी के साथ आ रही हैं, लेकिन अक्सर देखने में आता है कि बैटरी एक साल में ही खराब होने लग जाती हैं और अगर बहुत अच्छा रखरखाव हो तो बैटरी दो साल तक चल जाती है. इसलिए हर दो साल में बैटरी बदल लेना ही बेहतर है, वर्ना बाद में दिक्कतें बढ़ जाती हैं.
"2024 में आने वाले प्रमुख व्रत-त्यौहार: जानें तिथियाँ और महत्व"
जनवरी 2024 से नए साल का आरंभ हो रहा है. नई उम्मीद और सपने के साथ लोग नववर्ष का स्वागत करेंगे. साल 2024 की सुबह की किरण लोगों की जिंदगी में एक रौशनी लेकर आती है. यही वजह है कि हर कोई नए साल का स्वागत धूमधाम से करते हैं.
आज हम बात करेंगे कि साल 2024 (Holidays and Festivals in 2024) में आने वाले प्रमुख बड़े तीज-त्यौहार कब-कब पड़ने वाले हैं. महाशिवरात्रि, होली, दुर्गा पूजा और दीपावली व महापर्व छठ पूजा को लेकर आपके भी मन की जिज्ञासा होगी. कौन से दिन कौन सा त्यौहार आने वाला है. आने वाले साल में अधिकतर पर्व शनिवार या सोमवार को आ रहे हैं. जिसे अधिकतर लोगों को 2 या 3 दिन की लगातार छुट्टियाँ मिलने वाली है.
जनवरी 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 7 जनवरी 2024 दिन रविवार -सफला एकादशी व्रत
- 14 जनवरी 2024 दिन रविवार – लोहड़ी, विनायक चतुर्थी
- 15 जनवरी 2024 दिन सोमवार- मकर संक्रांति
- 21 जनवरी 2024 दिन रविवार – पुत्रदा एकादशी व्रत
फरवरी 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 14 फरवरी 2024 दिन बुधवार – बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा
मार्च 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 6 मार्च 2024 दिन बुधवार – विजया एकादशी
- 8 मार्च 2024 दिन शुक्रवार – महाशिवरात्रि
- 20 मार्च 2024 दिन बुधवार – आमलकी एकादशी व्रत
- 24 मार् 2024 दिन रविवार – होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत
- 25 मार्च 2024 दिन सोमवार – होली , चंद्र ग्रहण, चैतन्य महाप्रभू जयंती
- 30 मार्च 2024 दिन शनिवार – रंग पंचमी
अप्रैल 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 2 अप्रैल 2024 मंगलवार – शीतला अष्टमी
- 9 अप्रैल 2024 मंगलवार – चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा, झूलेलाल जयंती
- 16 अप्रैल 2024 मंगलवार – राम नवमी
- 21 अप्रैल 2024 रविवार – महावीर स्वामी जयंती
- 23 अप्रैल 2024 मंगलवार – हनुमान जयंती
मई 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 4 मई 2024 दिन शनिवार – वरुथिनी एकादशी व्रत
- 19 मई 2024 दिन रविवार – मोहिनी एकादशी व्रत
- 23 मई 2024 दिन गुरुवार- बुद्ध पूर्णिमा,
- 24 मई 2024 दिन शुक्रवार – नारद जयंती, ज्येष्ठ माह
जून 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 6 जून 2024 दिन गुरुवार – वट सावित्री व्रत
- 16 जून 2024 दिन रविवार – गंगा दशहरा
- 17 जून 2023 दिन सोमवार – गायत्री जयंती
जुलाई 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 6 जुलाई 2024 दिन शनिवार – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि
- 7 जुलाई 2024 दिन रविवार- जगन्नाथ रथ यात्रा
- 22 जुलाई 2024 दिन सोमवार – सावन का पहला सोमवार
अगस्त 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 5 अगस्त 2024 दिन सोमवार – सावन का तीसरा सोमवार
- 9 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार – नाग पंचमी
- 19 अगस्त 2024 दिन सोमवार – रक्षा बंधन
- 26 अगस्त 2024 दिन सोमवार – जन्माष्टमी
सितंबर 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 2 सितंबर 2024 दिन सोमवार – सोमवती अमावस्या
- 6 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार – हरतालिका तीज
- 7 सितंबर 2024 दिन शनिवार – गणेश उत्सव शुरू
- 8 सितंबर 2024 दिन रविवार – ऋषि पंचमी
- 15 सितंबर 2024 दिन रविवार – वामन जयंती, ओणम
- 16 सितंबर 2024 दिन सोमवार – विश्वकर्मा जयंती, कन्या संक्रांति
- 17 सितंबर 2024 दिन मंगलवार – गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी
- 28 सितंबर 2024 दिन शनिवार – इन्दिरा एकादशी व्रत
अक्टूबर 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 3 अक्टूबर 2024 दिन गुरुवार – घटस्थापना, शरद नवरात्रि
- 12 अक्टूबर 2024 दिन शनिवार – दशहरा
- 13 अक्टूबर 2024 दिन रविवार – दुर्गा विसर्जन
- 20 अक्टूबर 2024 दिन रविवार – करवा चौथ, संकष्टी चतुर्थी
- 29 अक्टूबर 2024 दिन मंगलवार – धनतेरस, प्रदोष व्रत
- 31 अक्टूबर 2024 दिन गुरुवार – नरक चतुर्दशी
नवंबर 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 1 नवंबर 2024 दिन शुक्रवार – दिवाली, कार्तिक अमावस्या
- 2 नवंबर 2024 दिन शनिवार – गोवर्धन पूजा
- 3 नवंबर 2024 दिन रविवार – भाई दूज
- 7 नवंबर 2024 दिन गुरुवार – छठ पूजा
दिसंबर 2024 प्रमुख व्रत-त्यौहार
- 1 दिसंबर 2024 दिन रविवार – मार्गशीर्ष अमावस्या
- 15 दिसंबर 2024 दिन रविवार – मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत, धनु संक्रांति
- 30 दिसंबर 2024 दिन सोमवार – पौष अमावस्या
फ्रॉड लोन एप्लीकेशन्स के खिलाफ चेतावनी: सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से विज्ञापन न करने की चेतावनी दी
भारत में फ्रॉड लोन ऐप का जाल फैला हुआ है, जिसके आए दिन भोले-भाले लोग शिकार बन रहे हैं. फ्रॉड के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने अपने प्लेटफॉर्म पर फ्रॉड लोन ऐप का विज्ञापन ना करने की चेतावनी दी है.
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि अगर किसी तरह का स्कैम होता है तो फिर विज्ञापन देने वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिम्मेदार होगा. मेटा के फेसबुक, इंस्टाग्राम और गूगल जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों को जारी अपनी सलाह में मंत्रालय ने उनसे सात दिनों के भीतर निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा.
कैस फंसते हैं लोग?
इन ऐप्स (Fake Loan App) को डाउनलोड करते ही यूजर्स की तमाम फोटोज और कॉन्टैक्ट डिटेल्स का एक्सेस लोन प्रोवाइडर को मिल जाता है. फिर लोन रिकवरी के नाम पर इनका असली खेल शुरू होता है. ये फर्जी ऐप्स लगातार पीड़ितों पर जल्द से जल्द लोन भरने का दबाव बनाते हैं. कई बार उनकी फोटोज को मॉर्फ करके वायरल करने की धमकी दी जाती है.
फर्जी लोन प्रोवाइडर्स (Fake Loan App) पीड़ित के फोन से लिए गए तमाम कॉन्टैक्ट्स को संपर्क करके भी धमकी देते हैं. यूजर्स अपनी बदनामी के डर से लोन भरने के लिए नया लोन लेते हैं और इस तरह से वे लोन के जाल में फंसते चले जाते हैं. सरकार लगातार इन तरह के फर्जी लोन ऐप्स और अवैध सट्टेबाजी वाले ऐप्स पर रोक लगाने की कोशिश कर रही है.
गूगल ने 2500 लोन ऐप्स को बैन किया
इससे पहले सरकार ने 18 दिसंबर को संसद को सूचित किया कि गूगल ने अप्रैल 2021 और जुलाई 2022 के बीच अपने प्ले स्टोर से 2,500 से अधिक धोखाधड़ी वाले लोन ऐप्स को हटा दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा था कि सरकार धोखाधड़ी वाले लोन ऐप्स को नियंत्रित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और अन्य नियामकों और संबंधित हितधारकों के साथ लगातार काम कर रही है.
"छत्तीसगढ़: नए साल के मौके पर घूमने लायक खूबसूरत पर्यटन स्थल"
अगर आप भी नए साल के अवसर पर कही घूमने का मन बना रहे है, तो हम आपको बताएंगे छत्तीसगढ़ के खूबसूरत पर्यटन स्थल के बारे जहा आप घूमने एवं समय व्यतीत करने जा सकते है। यहां आपको प्रकृति की असली सुंदरता देखने को मिलेगी। साथ ही यहां की हरियाली आपके मन को शांति प्रदान करेगी।
घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है बस्तर:
यहां देश ही नहीं विदेश से भी टूरिस्ट पहुंचते हैं। यहां मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर चित्रकोट जलप्रपात बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा ब्लॉक में स्थित है। यहां करीब 30-40 फीट की चौड़ाई से गिरता हुआ जल बेहद ही खूबसूरत लगता है।
तीरथगढ़ जलप्रपात:
बस्तर के कांगेर वेली नेशनल पार्क में बस्तर का दूसरा बड़ा पर्यटन स्थल तीरथगढ़ जलप्रपात है। इस जलप्रपात को बस्तर की जान कहा जाता है, इसमें मुनगा बहार नदी का पानी गिरता है। इसके बाद कांगेर वैली नेशनल पार्क में विशालकाय गुफा भी है, जिसे कुटुंबसर गुफा कहा जाता है। ये गुफा काफी बड़ा और लगभग 5 हजार फीट चौड़ा है। गुफा के अंदर अलग-अलग तरह की आकृतियां बनी हुई है।
सरगुजा का मैनपाट:
छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से मशहूर मैनपाट भी घूमने के लिए बेस्ट जगह है। यहां की खूबसूरती देखने दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं। मैनपाट का टाइगर प्वाइंट जंगल के बीच में एक गहरा झरना है। यहां काफी ऊंचाई से पानी गिरता है।
मैनपाट का उल्टा पानी:
मैनपाट जाने के रास्ते में उल्टा पानी नाम का पिकनिक स्पॉट पड़ता है. इस जगह का नाम उल्टापानी इसलिए भी पड़ा क्योंकि यहां पानी उल्टा बहता दिखाई पड़ता है। यहां पानी ढलान की ओर नहीं बल्कि चढ़ाई की ओर बहता है।बूढ़ा नाग झरना – बूढ़ा नाग झरना सरगुजा में पड़ता है। इस झरने का स्वच्छ जल उत्तराखंड की नदियों की याद दिलाता है। यहां का शांत वातावरण किसी का भी मन मोह लेता है। इस झरने के पास में मैनपाट के प्रथम पूज्य देवता बूढ़ा नाग स्थित हैं, जो यहां के लोगों के आस्था का केन्द्र है।
कवर्धा का भोरमदेव मंदिर:
कवर्धा के पुराने और मशहूर भोरमदेव मंदिर छत्तीसगढ़ के खजुराहों के नाम से मशहूर है। यहां देश ही नहीं विदेश से भी सैलानी पहुंचते हैं। इस मंदिर को 11वीं सदी में नागवंशी राजाओं ने बनवाया था। मंदिर के अंदर खूबसूरत कलाकृति उकेरी गई है, जिन्हें देखकर पर्यटक आश्चर्य से भर जाते हैं।
कवर्धा का मैकल पर्वत:
कवर्धा का मैकल पर्वत भी पर्यटकों का मन मोहता है। मनोरम वादियों के बीच मैकल पर्वत है। पर्वतों को काट कर बनाए रास्ते में एक तरफ मैकल पर्वत पड़ता है। वहीं, दूसरी ओर ये पर्वत हजारों फिट गहरी खाई के रास्ते से होकर गुजरता है। ये रास्ता मध्यप्रदेश को छत्तीसगढ़ से जोड़ता भी है. मैकल पर्वत के बीच झरनों के साथ ही सरोदा बांध भी मौजूद है। यह बांध तीनों ओर से पर्वतों से घिरा हुआ है।
पलटन घाट बेस्ट पिकनिक स्पॉट:
प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में से एक पलटन घाट रामानुजगंज शहर से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नदी के एक तरफ सफेद पत्थरों की श्रृंखला है। दूसरी तरफ काले रंग के पत्थर मौजूद हैं। नए साल के मौके पर यहां लोग पहुंचते हैं। पलटन घाट कन्हर नदी के बीच प्राकृतिक रूप से निर्मित सफेद और काले रंग के पत्थरों के बीच है।
तातापानी में गर्म जल कुंडों का रहस्य:
तातापानी अपने गर्म जल स्त्रोत के लिए छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश भर में प्रसिद्ध है। यहां कई हजार वर्षों से धरती के अंदर से गर्म पानी निकल रहा है। यह प्रमुख धार्मिक स्थल भी है। तातापानी राष्ट्रीय राजमार्ग 343 के किनारे ही मौजूद है।
लक्ष्मण मंदिर सिरपुर:
महासमुंद जिले के सिरपुर में स्थित यह प्राचीन मंदिर 1500 साल से वासटा रानी के प्रेम की निशानी है। लाल ईटों से बने इस मंदिर को रानी के मौन प्रेम के गवाह के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर के अंदर भगवान लक्ष्मण की मूर्ति है। राजा हर्षगुप्त की स्मृति में महाशिवगुप्त बालार्जुन के शासनकाल के दौरान 735-40 ईस्वी में नागर शैली में इस मंदिर का निर्माण हुआ था। इसे छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक माना जाता है, जहां हर साल हजारों पर्यटक घूमने आते हैं।
गंगरेल बांध धमतरी:
धमतरी जिले में महानदी स्थित गंगरेल बांध राज्य का सबसे बड़ा बांध है, इसे मिनी गोवा के नाम से भी जाना जाता है क्यूंकि राज्य प्रशासन ने इसे मिनी गोवा के तर्ज पर बनाया है। यह जेट स्कीइंग, वाटर सर्फिंग, वाटर स्कीइंग, सेलिंग और काइट सर्फिंग जैसे वाटर स्पोर्ट्स के लिए पर्यटकों के बीच फेमस है। गंगरेल बांध छत्तीसगढ़ के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में से एक है, जो कि राजधानी रायपुर से 80 किमी दूरी पर है।