छत्तीसगढ़ /

डीएमएफ नीति में निजीकरण का षड्यंत्र, कांग्रेस करेगी पुरजोर विरोध-सुशील मौर्य

छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 29 सितंबर। आज संभाग मुख्यालय राजीव भवन में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। बस्तर जिला कांग्रेस के शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा-फूट डालो और राज करो की नीति के नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी प्रचारक हैं और इसी नीति पर बस्तर क्षेत्र के आदिवासियों पर काम कर रही है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार और उनका राज्य की सरकार साथ दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बस्तारिया भाव के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, डीएमएफ 2024 की नीति पर क्यों मौन हैं? मुख्यमंत्री बस्तर सांसद महेश कश्यप और भोज राज नाग,प्रदेश अध्यक्ष भाजपा विधायक जगदलपुर किरण देव, मंत्री केदार कश्यप और बवींप्रा उपाध्यक्ष लता उसेंडी जिसमे डीएमएफ नीति में निजीकरण का षड्यंत्र साफ दिख रहा है। डीएमएफ नीति से 25 किलोमीटर के दायरे में खर्च की नीति पूरी तरह राज्यों के संघीय प्रणाली पर प्रहार है, जिससे भविष्य में केंद्र और राज्य सरकार के बीच में टकराव बढ़ती जाएगी जो कि भारत के गणतंत्र राज्य के हित में कतय नहीं हैं। डीएमएफ की राशि संबंधित जिलों में खर्च के बाद केंद्र सरकार के खातों में ही रहेंगी, इस फंड का ट्रांसफर किसी भी परिस्थिति में राज्य कोष, मुख्य्मंत्री राहत कोष या राज्य के किसी भी अन्य कोष में हस्तांतरित नहीं होंगी। नई डीएमएफ नीति किसके दबाव में बनाया गया हैं या संशोधन किया गया है, इन तमाम आपत्ति को केंद्र सरकार सार्वजनिक करें। डीएमएफ राशि ख़र्च का प्रवधान केंद्र सरकार ही बनाएगा तो राज्य माइनिंग का खनिज न्यास नीति बनाने का कोई उचित नजर नहीं आता हैं, ये भारत गणराज्य के संघीय व्यवस्था या ढांचे पर बड़ा प्रहार है क्या, राज्य सरकारें खनन के लिए और खनन की सुरक्षा की ही जिम्मेदारी ही के लिए राज्य सरकारें बनी हैं क्या? नए डीएमएफ नीति पर तत्काल छत्तीसगढ़ के मुख्य्मंत्री को बात करना चाहिए और सहमति न बन पाने पर राष्ट्रपति से मुलाक़ात कर इस विषय पर अपना विरोध दर्ज करना चाहिए, साथ ही सुप्रीम कोर्ट की शरण लेनी चाहिए। अगर डबल इंजन की सरकार छत्तीसगढ़ के मुखिया, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, मंत्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद महेश कश्यप पीएम नरेंद्र मोदी से बात नहीं कर पा रहे हैं अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं तो उन्हें तत्काल से बस्तर के सभी जिलों का एकीकरण करते सिर्फ एक बस्तर जिला घोषित कर देना चाहिए। इस प्रेसवार्ता के दौरान उपनेता प्रतिपक्ष राजेश राय, महिला कांग्रेस अध्यक्ष लता निषाद, पार्षद सूर्या पानी, ब्लॉक अध्यक्ष सहदेव नाग, महामंत्री ज़ाहिद हुसैन, निकेत झा, शादाब अहमद, युंका अध्यक्ष अजय बिसाई, उस्मान रज़ा, विशाल खम्बारी आदि मौजूद रहे।

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