छत्तीसगढ़ /

दस साल से वन विभाग की ज़मीन पर कब्जा

सुशासन तिहार में शिकायत के बाद हुई कार्रवाई छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 30 अप्रैल। परिक्षेत्र के ग्राम बुंदेली में वन रक्षक आवास के जीर्णशीर्ण भवन पर अवैध कब्जा सुशासन तिहार में शिकायत के बाद अंतत: हटा दिया गया। ज्ञात हो कि कुछ महीनों पूर्व उक्त मामले में पिथौरा तहसीलदार द्वारा मामले का निर्णय वन विभाग के पक्ष में सुनाया गया था। इसके बावजूद पिथौरा में कोई स्थायी रेंजर की नियुक्ति नहीं होने से मामला टलता जा रहा था। अंतत: सुशासन तिहार में विमल दास महंत एवं पूनम मानिकपुरी ने शिकायत कर उक्त मामले की ओर ध्यान आकृष्ट कराया था। वन परिक्षेत्र के ग्राम बुंदेली में स्थित वन रक्षक आवास पर करीब 10 वर्षों से ग्राम के ही मनसा राम ने अवैध कब्जा किया था, परन्तु वन विभाग इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा था। बीते दिनों साय सरकार द्वारा सुशासन तिहार मनाते हुए प्रदेश भर के निवासियों की सुविधा के लिए शिकायते मंगवाई गई। इसके तहत ग्राम वन प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विमल दास महंत एवम पूर्व उपसरपंच पूनम दास मानिकपुरी ने सुशासन तिहार में इस अतिक्रमण की शिकायत की। शिकायत के बाद शासन स्तर पर उक्त अवैध कब्जे को हटाने के निर्देश हुए इसे हटाने स्थानीय तहसीलदार नितिन ठाकुर एवम वन एसडीओ यू आर बसन्त स्वयम वन अमले के साथ तब मंगलवार को वन विभाग, राजस्व और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई कर कब्जा हटाया गया। डिप्टी रेंजर एवं बीट गार्ड आवास, परन्तु सभी मुख्यालय में नहीं रहते शिकायतकर्ता वन समिति के अध्यक्ष विमल महंत एवं पूनम मानिकपुरी ने आरोप लगाते बताया कि ग्राम में डिप्टी रेंजर एवम बीटगार्ड के आवास के लिए शासन ने लाखों खर्च कर आवास गृह बनाये हैं, परन्तु ये आवास अब तक खाली पड़े खण्डहर हो रहे हैं। दोनों ही वन कर्मी मुख्यालय में नहीं रहते, जिसके कारण आवास के आसपास की खाली जगह पर कोई भी कब्जा करने के प्रयास करते रहते हंै। यदि वन कर्मी मुख्यालय में रहते तो कोई कब्जा नहीं कर पाएगा।

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