डॉ. डीके सोनी को डॉक्टर ऑफ फिलासफी की उपाधि
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02 Aug 2025
छत्तीसगढ़ संवाददाता
अंबिकापुर, 1 अगस्त। पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ द्वारा विद्यावारिधी सम्मान से डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि 27 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री डॉ. अरविंद कुमार के हाथों से दी गई।
नई दिल्ली के रेडिसन ब्लू होटल में पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ द्वारा राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी एवं विद्यावारिधी सम्मान डॉक्टर ऑफ फिलासफी पीएचडी उपाधि समारोह का भव्य आयोजन किया गया।
हिंदी एवं स्थानीय भाषाओं के प्रचायर हेतु राष्ट्रीय स्तर पर प्रयासरत पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ के द्वारा 27 जुलाई को रेडिसन ब्लू होटल में आयोजित सम्मान समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों में आए विद्वत जनों को विद्या वाचस्पति डॉक्टरेट एवं विद्यावारिधी डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि से सम्मानित किया गया जिसमें डॉक्टर डी.के. सोनी अधिवक्ता को सूचना के अधिकार विधि में शोध करने के कारण उन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ के द्वारा दी डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि प्रदान की गई।
समारोह के मुख्य अतिथि रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री डॉ. अरविंद कुमार रहे। अध्यक्षता डॉ. इंदु भूषण मिश्रा कुलपति पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ ने की तथा कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया।
सम्मान समारोह में देश के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, लेखकों, शिक्षकों, साहित्यकारों, विधि पर्यावरणविदों एवं अन्य विद्वत जनों ने हिंदी भाषा को लेकर अपने विचार प्रकट किया।
पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ का यह विशिष्ट सम्मान हिंदी लेखन, शिक्षा के उन्नयन, पर्यावरण जागरूकता, चिकित्सा सेवा, जल संरक्षण एवं समाज सेवा तथा सूचना के अधिकार विधि के क्षेत्र में सम्मानित जनों की विशिष्ट उपलब्धियां के आधार पर मंचासीन अतिथियों तथा डॉक्टरेट एवं डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
सूचना के अधिकार विधि विषय पर शोध करने वालों में एकमात्र डॉक्टर डी.के. सोनी अधिवक्ता थे, जिन्होंने उक्त विषय पर पीएचडी किया और उसके उपरांत इस विषय पर डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि प्राप्त की। अधिवक्ता डी.के. सोनी को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी के उपाधि मिलने से उनके शुभ जनों शुभचिंतकों सहित अधिवक्ताओं में हर्ष व्याप्त है।
इस मौके पर डी.के. सोनी ने कहा कि यह उपाधि उनके द्वारा सूचना के अधिकार विषय पर किए जा रहे कार्य के कारण मिला है उक्त विषय पर आगे भी शोध जारी रहेगा और भी अच्छा कार्य इस विषय पर किया जाएगा।