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रोहित और गंभीर की सोच अलग, चयन में भी एक पेज पर नहीं, क्या कोच और कप्तान के बीच है अनबन?

 दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर के बीच अनबन की खबरें आ रही हैं। हाल ही में न्यूजीलैंड के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद से दोनों के बीच मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत को 3-0 से हार मिली। टेस्ट इतिहास में भारत इससे पहले कभी भी तीन या उससे ज्यादा मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप नहीं हुआ था।


गंभीर और रोहित की सोच अलग
गौतम गंभीर और रोहित शर्मा की सोच एक दूसरे से अलग दिखती है। यह दुनिया के सामने भी है। गंभीर खुलकर कहा कि टेस्ट क्रिकेट को टेस्ट क्रिकेट की तरह खेलें। अपना डिफेंसिव खेल बेहतर रहे। दूसरी तरफ रोहित शर्मा आक्रामक क्रिकेट खेलने की सोच रखते हैं। यहां देखों का मतभेद खुलकर दिखता है।


यह भी पता चला है कि रोहित और गंभीर घरेलू टेस्ट मैचों के लिए अलग-अलग तरह की पिचें चाहते हैं। द्रविड़ की कोचिंग वाला पिछला टीम मैनेजमेंट यह महसूस करने के बाद रैंक टर्नरों को खत्म कर चुका था कि खराब पिचें विदेशी स्पिनरों को फायदा पहुंचाती हैं। लेकिन गंभीर ने ऐसी पिचों की मांग की है जो पहले दिन से ही तेजी से घूमती हों।

रोहित ने तो खुलकर बोल दिया
गौतम गंभीर और उनके सपोर्ट स्टाफ के बारे में रोहित का बयान भी बहुत कुछ कहता है। मुंबई टेस्ट के बाद उन्होंने नए कोचिंग स्टाफ के बारे में कहा था, 'वे अच्छे रहे हैं। वे अभी आए हैं। वे यह भी समझ रहे हैं कि यह टीम कैसे काम करती है और खिलाड़ी कैसे काम करते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी यह सुनिश्चित करें कि कोचिंग स्टाफ की सोच उनके साथ मिलती है और वे इसे आगे ले जाएं। अभी केवल चार या पांच महीने हुए हैं, कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

गंभीर अपने हिसाब से चुन रहे खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तेज गेंदबाज हर्षित राणा को चुना  गया है। उनके पास एक भी मैच का अनुभव नहीं है। हर्षित का चयन गौतम गंभीर की वजह से ही हुआ है। गंभीर पिछले आईपीएल सीजन केकेआर के मेंटर थे और हर्षित उस टीम का हिस्सा। इसके साथ ही नितीश कुमार रेड्डी को शार्दुल ठाकुर की जगह शामिल किया गया है। विदेश में होने वाले टेस्ट मैचों में शार्दुल भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे हैं। 2021 के गाबा टेस्ट में उनके 7 विकेट और 69 रन थे।
 

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