संस्कृति

शास्त्रों में आईने को क्यों कहा गया है अग्नि तत्व? जानिए इससे जुड़ी गहरी चेतावनी

 Vastu Tips for Mirror: घर की सजावट में शीशे का इस्तेमाल आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शास्त्रों में इसे अग्नि तत्व माना गया है? वास्तु शास्त्र के अनुसार, आईना केवल सुंदरता का प्रतीक नहीं बल्कि एक शक्तिशाली ऊर्जा उपकरण है जो सही दिशा में रखा जाए तो जीवन में तरक्की लाता है, और गलत दिशा में लगे तो पूरे परिवार का भाग्य उलट सकता है.



क्यों अग्नि तत्व?
आईना ऊर्जा को परावर्तित करता है. यह सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ऊर्जाओं को दोगुना कर देता है, बिल्कुल अग्नि की तरह जो छोटी चीज़ को भी भस्म या विशाल बना सकती है. इसलिए इसे अग्नि तत्व का प्रतिनिधि माना गया है.

गलत दिशा में शीशा लगाने से क्या होता है?
दक्षिण दिशा में शीशा: लगातार झगड़े और गुस्से का माहौल.

बिस्तर के सामने शीशा: नींद में खलल, वैवाहिक तनाव.

टूटा या धुंधला शीशा: राहु दोष, भ्रम और दुर्भाग्य की निशानी.

मुख्य दरवाजे के सामने शीशा: घर की सारी शुभ ऊर्जा बाहर निकलती है.

सही उपाय क्या है?
शीशे को उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना शुभ होता है. ड्रेसिंग टेबल पर पर्दा ज़रूर रखें, और टूटा शीशा तुरंत हटा दें. वास्तु कहता है, जो दिखता है वही आकर्षित होता है, इसलिए शीशा हमेशा स्वच्छ और सही दिशा में होना चाहिए.

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