संस्कृति

राहु के प्रभाव वाले सपने: ये सिर्फ भ्रम नहीं, बल्कि हो सकते हैं चेतावनी

 क्या आप भी अक्सर ऐसे सपने देखते हैं जिनका कोई सिर-पैर समझ नहीं आता? जैसे खुद को हवा में उड़ता देखना, सुनसान अंधेरी जगहों पर भटकते रहना, नाग-नागिन से सामना होना या मंदिरों में फँसे होने का सपना? अगर हाँ, तो यह केवल आपकी कल्पना नहीं… यह राहु का प्रभाव हो सकता है. एक ऐसी मायावी शक्ति जो सपनों के जरिए आत्मिक चेतावनी देती है.



ज्योतिष शास्त्र में राहु को ‘छाया ग्रह’ कहा गया है, यानी इसका कोई ठोस अस्तित्व नहीं है, लेकिन प्रभाव बेहद गहरा होता है. यह ग्रह व्यक्ति के अवचेतन मन, अधूरी इच्छाओं और पूर्व जन्म की स्मृतियों से जुड़ा होता है. खासकर जब राहु आपकी कुंडली के पंचम, अष्टम या बारहवें भाव में स्थित हो, या चंद्रमा के साथ युति या दृष्टि में हो, तब ये रहस्यमय सपने बार-बार आने लगते हैं.


कौन से होते हैं राहु वाले खास सपने? (Rahu Dreams Meaning)
नाग से सामना या नाग से बात करना — कालसर्प योग या पितृदोष का संकेत होता है.
अंधेरी सुरंगों या मंदिरों में फँसे होना — यह आध्यात्मिक अवरोध और मार्गदर्शन की आवश्यकता दर्शाता है.
भूत, परछाई या अदृश्य शक्तियों का अनुभव होना — राहु का गहन मानसिक प्रभाव होता है.
गिरते हुए या हवा में उड़ते हुए देखना — जीवन में अस्थिरता और नियंत्रण की कमी को दर्शाता है.

ये सपने क्या कहते हैं? (Rahu Dreams Meaning)
ऐसे सपने चेतावनी की तरह काम करते हैं. राहु बताना चाहता है कि आप किसी ज़रूरी दिशा में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं, या कोई पुरानी बात आपको भीतर से रोक रही है. यह मन की नहीं, आत्मा की भाषा होती है.

क्या करें? (Rahu Dreams Meaning)
राहु बीज मंत्र का जाप करें: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:
हर शनिवार पीपल के नीचे दीपक जलाएं.
नाग पंचमी, अमावस्या या शनिवार को नाग देवता को दूध अर्पित करें.

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