सामान्य ज्ञान

बच्चों के लिए छेद वाले खिलौने होते हैं घातक, इससे होता है इंफेक्शन का खतरा

 हर पेरेंट्स अपने बच्चों को दुनिया जहान के सारे खिलौने लाकर देते हैं. ट्रेंड में चलने वाले खिलौने, फिल्मों, नाटक या फिर यू-ट्यूब वीडियोज में दिखने वाले खिलौने मुहैया करवाते हैं. आजकल तो पेरेंट्स बाथटब में भी खिलौने रख देते हैं, ताकि बच्चे इसे इंजॉय करें. बाथटब में बत्तख, डोरेमोन और छोटा टेडी वाले खिलौने बडे़ फेमस हैं, मगर क्या आप जानते हैं कि यह आपके बच्चों को बीमार कर सकते हैं. बच्चों को फंगल इंफेक्शन, सर्दी-खांसी, एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए बच्चों को कतई ऐसे खिलौने न दें जो छेद वाले हों.




आज हम आपको बताएंगे की बच्चों को कौन से खिलौने देने चाहिए और कौन से नहीं. चलिए जानते हैं.  

बच्चों को छेद वाले खिलौने खेलने के लिए क्यों नहीं देने चाहिए?छेद वाले खिलौने के अंदर पानी आसानी से फंस जाता है. इससे मोल्ड बढ़ जाता है. मोल्ड यानि फंगस है. यह नम और हवादार क्षेत्रों में ज्यादा बढ़ जाते हैं. मोल्ड बीजाणु नामक छोटे कण बनाकर प्रजनन करता है. जब बच्चे ऐसे मोल्ड वाले खिलौनों से खेलते हैं, तो इसके कारण उन्हें श्वास संबंधी और स्किन एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. बच्चा अगर, इन्हें चबाते हैं तो हानिकारक बैक्टीरिया की वजह से गले में खराश और जलन की समस्या हो सकती है.

मोल्ड वाले खिलौने घातक हैं (Toys with Holes are Dangerous for Children)

मोल्ड वाले खिलौने की वजह से बच्चों में इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. दरअसल, मोल्ड वाले खिलौने मुंह में लेने से बच्चों के उल्टी, दस्त और पेट खराब की समस्या हो सकती है. खांसी और बुखार भी बार-बार आता है. बहुत ही कम दिनों के गैप में एलर्जी और संक्रमण जैसी परेशानियां होती हैं. कई जगहों पर खुजली होती है. यह सब इसलिए होता है क्योंकि बच्चों की इम्युनिटी कमजोर है. 

तो फिर बच्चों को खेलने के लिए क्या दें?
हाई क्वालिटी मटेरियल से बने खिलौने दें. छेद रहित ठोस खिलौने का ही चुनाव करें. ताकि गंदगी और बैक्टीरिया उसमें जम न पाएं. खिलौनों को रोज साबुन- साफ पानी से धोएं.
 

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