अफगानिस्तान में भूकंप से 800 मौतें, इस्तीफे के 40 दिन बाद घर से निकले उपराष्ट्रपति निवास से निकले धनखड़, मोदी-पुतिन के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक, SCO के मंच पर अमेरिका की दादागीरी खत्म करने की रखी गई नींव
02-Sep-2025
1. अफगानिस्तान में भूकंप से 800 मौतें
1 सितंबर 2025 की आधी रात 11:47 बजे पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहर प्रांत में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे 800 लोगों की मौत हो गई और 2800 से ज्यादा लोग घायल हो गए. जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जालालाबाद शहर से 27 किलोमीटर पूर्व में था. इसकी गहराई मात्र 10 किलोमीटर थी. भूकंप से कई गांव पूरी तरह तबाह हो गए. जिस वक्त भूकंप आया उस समय ज्यादातर लोग सो रहे थे, इस वजह से वे इमारतों के मलबे में दब गए। शहर में रातभर झटके महसूस किए गए। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
2. इस्तीफे के 40 दिन बाद घर से निकले उपराष्ट्रपति निवास से निकले धनखड़
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफे के 40 दिन बाद उपराष्ट्रपति निवास छोड़ दिया है. अब वो छतरपुर के गदाईपुर में एक प्राइवेट घर में शिफ्ट हो गए हैं. हालांकि यह एक वैकल्पिक व्यवस्था है. सरकार जब टाइप आठ बंगला आवंटित करेगी तो वो वहां शिफ़्ट हो जाएंगे. वैसे जगदीप धनखड़ को 34 एपीजे अब्दुल कलाम रोड वाला बंगला आवंटित हुआ है, लेकिन इसे तैयार होने में अभी करीब तीन महीने लगेंगे. तब तक धनखड़ छतरपुर में रहेंगे. ये अभय चौटाला का फ़ार्महाउस है.
3. मोदी-पुतिन के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक
चीन के तियानजिन में एससीओ समिट (SCO Summit) खत्म होने के बाद भारत-रूस ने अपने रिश्ते को नए आयाम देने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की। ट्रंप टैरिफ टेंशन के बीच मोदी-पुतिन ने द्विपक्षीय वार्ता कर आपसी संबंधों का नया चैप्टर लिखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक में कहा कि भारत यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए हाल के सभी प्रयासों का स्वागत करता है और इस लक्ष्य को पाने के लिए रास्ते तलाशे जाने चाहिए। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत और रूस के बीच करीबी सहयोग वैश्विक स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
4. SCO के मंच पर अमेरिका की दादागीरी खत्म करने की रखी गई नींव
Modi-Putin-Jinping Friendship & World Politics: चीन के तियानजीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान दुनिया को नया वर्ल्ड ऑर्डर देखने को मिला। SCO Summit में मोदी-पुतिन-जिनपिंग की दोस्ती की जबरदस्त कमिस्ट्री को पूरी दुनिया ने देखा। पीएम नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गर्मजोशी से मिले। भारत-चीन-रूस का यह नया अवतार विश्व राजनीति में होने वाले बदलाव की तरफ इशारा कर रहे हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की बेचैनी बढ़ाना वाला है। इस कदम से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों और अमेरिकी दादागीरी (US Hegemonism) खत्म हो सकता है।
कल की कुछ महत्वपूर्ण खबरेंः-
चीनी मीडिया में छाए पीएम मोदीः Chinese Media On Pm Modi: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच तियानजिन में ऐतिहासिक मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच 7 साल बाद यह द्विपक्षीय बैठक हुई है। अमेरिकी टैरिफ युद्ध के कारण पीएम मोदी की चीन यात्रा को लेकर चीन के अखबारों ने प्रमुखता के साथ स्थान दिया है। चीन के अखबारों में पीएम मोदी प्रमुखता से छाएं हुए हैं। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को अखबार में ढूंढने के लिए चश्मा लगाना पड़ा है।
भारत के खिलाफ अमेरिका की खतरनाक रणनीति; टैरिफ पर नहीं झुका पाया तो खेला जातिगत कार्डः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो पिछले कुछ दिनों से भारत के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। पीएम मोदी के चीन दौरे और एससीओ समिट में पीएम मोदी- शी जिनपिंग- व्लादिमीर पुतिन की ट्यूनिंग देख अमेरिका पूरी तर बौख ला गया है। अमेरिकी बौखलाहत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टैरिफ पर भारत को नहीं झुका पाने वाला अमेरिका अब भारत में जातिगत आग भड़काने का सपना देख रहा है। भारत के खिलाफ अमेरिका ने खतरनाक रणनीति अपनाते हुए जातिगत आग भड़काने में जुट गया है। इसकी शुरुआत ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो ने कर दी है। पीटर नवारो ने भारत के ‘ब्राह्मणों को लेकर जहर उगला है।
डोनाल्ड ट्रंप का नया दावा- भारत ने टैरिफ में पूरी कटौती करने की पेशकश कीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत को लेकर बयान दिया है. ट्रंप ने इस बार कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते एक तरफा ही रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया है भारत ने टैरिफ में कटौती की पेशकश की थी लेकिन अब इसमें देर हो रही है. उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक ही दिन पहले यानी रविवार को चीन के शहर तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के व्लादिमीर पुतिन के साथ एक खास मुलाकात की है. ट्रंप की मानें तो अमेरिका तो भारत के साथ बहुत कम बिजनेस करता है लेकिन भारत का ट्रेड अमेरिका के साथ बहुत ज्यादा है.
गडकरी बोले- धर्म के काम से मंत्री-नेताओं को दूर रखें: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे धर्म-काज से मंत्री-नेताओं को दूर रखें। धर्म की आड़ में राजनीति समाज के लिए नुकसानदायक है। गडकरी नागपुर में महानुभाव पंथ के सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजनीतिज्ञ जहां घुसते हैं, आग लगाए बिना नहीं रहते। सत्ता के हाथ में धर्म को देंगे तो हानि ही होगी। गडकरी ने कहा कि धर्म कार्य, समाज कार्य और राजनीति कार्य अलग-अलग हैं। धर्म व्यक्तिगत श्रद्धा का विषय है। कुछ राजनीतिज्ञ इसका इस्तेमाल करते हैं। इससे विकास और रोजगार का विषय दोयम दर्जे का हो जाता है।
पीएम मोदी-पुतिन की बातचीत, कोने में खड़े देखते रह गए पाकिस्तानी पीएमः PM Modi Ignore Shehbaz Sharif Video: चीन के तियानजिन में चल रहे एससीओ समिट में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। इस दौरान मोदी-जिनपिंग-पुतिन की दोस्ती वाली जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिली। वहीं, पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सम्मेलन में काफी अलग-थलग दिखे। समिट के दौरान एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। एक मौके पर जब मोदी और पुतिन बातचीत करते हुए हॉल से गुजर रहे थे, तब शरीफ कोने में खड़े बस उन्हें देखते रह गए। मोदी और पुतिन पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ पूरी तरह इग्नोर करते हुए आगे बढ़ गए।