नवधारी भिंडी के बिना अधूरी है गणेश उत्सव, जानिए क्या इसके पीछे का कारण
10-Sep-2024
गणेशोत्सव के दौरान गणेशजी की पूजा कई वस्तुओं का प्रसाद बनाकर की जाती है. ज्यादातर लोग मोदक, लाडवा और मालपुआ के बारे में जानते होंगे. लेकिन क्या आपने कभी नवधारी भिंडी का नाम सुना है? महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के दौरान नवधारी भिंडी को सब्जी के रूप में बनाया जाता है. इसके कई फायदे भी हैं.
नवधारी भिंडी अन्य भिंडी से अलग है (Benifits Of Navdhari Bhindi)
नवधारी भिंडी की पहली विशेषता यह है कि इस प्रकार की भिंडी अन्य भिंडी की तरह काटने पर बिल्कुल भी चिपचिपी नहीं होती है.
ये 9 पसलियों वाली भिंडी सामान्य भिंडी से बड़ी होती है और इसकी बनावट अलग होती है. ज्यादातर महिलाएं भिंडी खरीदते समय मुलायम भिंडी खरीदना पसंद करती हैं. जिसे काटना आसान है और स्वाद भी अच्छा है. लेकिन आपको बता दें कि नवधारी भिंडी अन्य भिंडी की तुलना में लंबी, बड़ी और थोड़ा सख्त होती है लेकिन आसानी से टूट जाती है और कट जाती है. इतना ही नहीं इस भिंडी की सब्जी का स्वाद भी बहुत अच्छा होता है.
नवधारी भिंडी के फायदे
नवधारी भिंडी में आहारीय फाइबर की मात्रा अधिक होती है. जिससे पाचन और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है. भिंडी में मौजूद विटामिन म्यूकस मेम्ब्रेन के निर्माण में मदद करता है. यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है.
दिल अच्छा करता है
नवधारी भिंडा खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म करके दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है. बता दें कि नवधारी भिंडा का सेवन हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी फायदेमंद माना जाता है.
वजन घटना
नवधारी भिंडा का पानी पीने से वजन घटाने के साथ-साथ ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित किया जा सकता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता
नवधारी भिंडा में विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं. जो इम्यूनिटी को मजबूत कर आंखों, बालों और हड्डियों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखता है.