छत्तीसगढ़
स्वास्थ्य महकमे पर सख्त हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय: मीडिया कवरेज पर प्रतिबंध लगाने वाला आदेश रद्द करने के निर्देश, अफसरों को दी हिदायत,
रायपुर. सरकारी अस्पतालों में मीडिया कवरेज पर प्रतिबंध लगाने संबंधी आदेश सरकार ने वापस ले लिया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी इस आदेश पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और भविष्य में ऐसी स्थिति निर्मित ना हो इसे सुनिश्चित करने कड़ा संदेश दिया है. सूत्रों की माने तो इस आदेश के संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक स्तर पर अविलंब इसे रद्द करने के निर्देश दिए हैं.
मानसून सत्र से पहले साय कैबिनेट की बैठक, PMGSY के निर्माणाधीन कार्यों का होगा निरीक्षण, BJP विधायक दल की बैठक, शराबबंदी पर कांग्रेस का प्रदर्शन…
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रिपरिषद की अहम बैठक होने वाली है. इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर निर्णय लिए जाने की संभावना है. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संभावित छत्तीसगढ़ दौरे की तैयारियों पर चर्चा होगी. कोंटा आईईडी ब्लास्ट में शहीद एएसपी आकाश गिरिपुंजे की पत्नी को अनुकंपा नियुक्ति के प्रस्ताव पर निर्णय लिया जा सकता है. यह बैठक नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में सुबह 10 बजे से आयोजित होगी.
श्रीमती चंपा देवी इंदिरा देवी जैन चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा मदर्स डे सम्मान .
श्रीमती चंपा देवी इंदिरा देवी जैन चेरिटेबल ट्रस्ट रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ क्लब सिविल लाइन मुख्यमंत्री निवास के पास मदर्स डे कार्यक्रम आयोजित किया गया इस अवसर पर अपने बच्चों को उचित शिक्षा एवं संस्कार देने वाली माताओं तथा समाज के विभिन्न क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं का सम्मान किया गया इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में डॉ वर्णिका शर्मा राज्य अध्यक्ष बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती भावना गिरीश तिवारी समाजसेवी श्री कमलेश जैन मैनेजिंग ट्रस्टी श्री सुदीप जैन पारस ग्रुप ऑफ फाउंडेशन की संचालक कविता कुम्भज रायपुर पुलिस संगीत ग्रुप के संचालक श्री करुण सरोज श्री धीरज मरकाम श्री कमल देवांगन छत्तीसगढ डिफेंस अकादमी के रुपेंद्र साहू श्री दीपक झा सैनिक मिलिट्री रिम्स के संचालक श्री डीपी गोस्वामी सुश्री अनिकेता भारद्वाज उपस्थित थे इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं में श्रीमती सोनम श्रीवास्तव पूर्व मिसेज इंडिया शिक्षा के क्षेत्र में श्रीमती सोनम सिंह राठौड़ पूर्व मिसेज इंडिया आइकन महिला सशक्तिकरण डॉ विपुल चौधरी मिसेज इंडिया एलिगेंट 2024 अनुसंधान श्रीमती नम्रता गुगलानी शो टापर डिजाइनर फोरम 2024 महिला उद्यमी श्रीमती रेणु नंदी पत्रकारिता श्रीमती कल्याणी तिवारी साहित्य डॉ रात्रि लहरी पर्यावरण कुमारी पुष्पा यादव खेल डॉक्टर आंचल अग्रवाल चिकित्सा के क्षेत्र में मोनिका वर्मा कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में श्रीमती चंपा निषाद कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में श्री आदिश्वर दिगंबर महिला मंडल समाज सेवा के क्षेत्र में अपने बच्चो को उचित शिक्षा एवं संस्कार देने वाली माताओं में श्रीमती सपना साहू , श्रीमती अनिता निषाद पुत्र दुष्यंत निषाद अग्नि वीर इंडियन आर्मी श्रीमती सुमित्रा साहू पुत्र हितेश साहू अग्नि वीर इंडियन आर्मी बीकानेर टेक्निकल स्टाफ में पदस्थ श्रीमती सुमन पांडे पुत्री प्रियांशी पांडे कोच्चि सेलर पोस्टिंग केरल को सम्मानित किया गया कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा किया गया पारस ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन के छात्राओं द्वारा आकर्षक स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया मंच का संचालन डॉक्टर हर्षिता शुक्ला द्वारा किया गया आभार प्रदर्शन मैनेजिंग ट्रस्टी श्री कमलेश जैन द्वारा किया गया सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया उत्कृष्ट मंच संचालन हेतु डॉ हर्षिता शुक्ला को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम प्रभारी पीयूष जैन के नेतृत्व में सफल आयोजन किया गया जिसमें सुश्री गीतांजलि पंकज ने सहयोग प्रदान किया।
CG Weather Update : 21 दिन ब्रेक के बाद बस्तर से दुर्ग पहुंचा मानसून, अगले 3-4 दिन इन इलाकों में होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जताई संभावना
रायपुर. छत्तीसगढ़ में मानसून 21 दिन के लंबे ब्रेक के बाद एक बार फिर सक्रिय हो गया है. अनुकूल परिस्थितियों के कारण अब यह बस्तर से आगे बढ़कर दुर्ग जिले तक पहुंच चुका है. मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिनों तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है. राजधानी रायपुर में सोमवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. आज प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है. वहीं कुछ क्षेत्रों में तेज अंधड़ और वज्रपात की भी संभावना है. इस मौसम के प्रभाव से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है.
CM साय से छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों ने की मुलाकात, ओलंपिक दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए किया आमंत्रित
रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Deo Sai) से मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सीएम साय को 23 जून को ओलंपिक दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया.
नवा रायपुर बनेगा देश का अगली सोलर सिटी
रायपुर. नवा रायपुर को देश की अगली ‘सोलर सिटी’ बनाने की तैयारी तेज हो गई है. छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) ने इसके लिए राज्य सरकार से 65 करोड़ रुपए की मांग करते हुए प्रस्ताव भेजा है. अगर मंजूरी मिलती है तो जल्द ही मंत्रालय, इंद्रावती भवन, पुलिस मुख्यालय, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और रेलवे स्टेशन जैसे बड़े परिसर सौर ऊर्जा से बिजली पाना शुरू कर देंगे. 10 मेगावॉट के संयंत्र से सोलर पॉवर का सुपर प्लान- पहले चरण में 10 मेगावॉट क्षमता के ग्रिडकनेक्टेड सौर संयंत्र लगाए जाएंगे. इससे हर साल करीब 160 लाख यूनिट बिजली उत्पादन का अनुमान है. (Solar City Nava Raipur)
मुख्यमंत्री साय आज विभिन्न कार्यक्रमों में होंगे शामिल, युक्तियुक्तकरण के खिलाफ कांग्रेस करेगी विरोध प्रदर्शन, PCC चीफ दीपक बैज जाएंगे राजनांदगांव, रायपुर रेलवे स्टेशन का टिकट काउंटर होगा शिफ्ट
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के 15वें स्थापना दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे. यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह विशेष रूप से शामिल होंगे. छग राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष वर्णिका शर्मा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी. इस अवसर पर “शिक्षा का लक्ष्य चरित्र निर्माण – वर्तमान प्रणाली में चुनौतियां और समाधान” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी. प्रदेशभर के शिक्षक, विद्यार्थी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता और स्व-सहायता समूह की महिलाएं कार्यक्रम में भाग लेंगी. इस कार्यक्रम के बाद सीएम साय दोपहर 2:10 बजे छ.ग. राज्य सर्व सेन समाज के सम्मान समारोह में शामिल होंगे.
नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत पर CM साय ने बच्चों को दिया संदेश, लिखा- आप केवल मन लगाकर पढ़िये, बाकी की चिंता मुझ पर छोड़ दीजिये…
रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में आज से नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो गई है. उन्होंने प्रदेश के सभी स्कूली बच्चों से मन लगाकर पढ़ने की अपील की है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में लिखा- ” प्यारे बच्चों, आज से स्कूल की घंटी फिर से गूंजने लगी है. नई किताबों की खुशबू, नई कक्षा का उत्साह और नए सपनों के साथ फिर से एक नई शुरुआत हो रही है. आज का यह दिन हम सबके लिए विशेष है. मैं आप सभी से कहना चाहता हूँ कि खूब मन लगाकर पढ़िये, जिज्ञासा के साथ प्रश्न पूछिए, उत्तर खोजिए और आगे बढ़िए.”
मंत्रालय में सीएम साय लेंगे विभागीय बैठक, स्कूलों में आज से नया शिक्षा सत्र शुरू, कांग्रेस करेगी डीईओ कार्यालय का घेराव, PCC चीफ बैज का रायगढ़ दौरा…
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज सुबह 11:10 बजे मुख्यमंत्री निवास से रवाना होकर 11:30 बजे मंत्रालय, महानदी भवन पहुंचेंगे. जहां वे विभागीय बैठकों में शामिल होंगे. सुबह 11:30 बजे से 2:00 बजे तक विभागीय बैठक होगी. इसके बाद फिर दोपहर 3:30 बजे से 5:30 बजे तक पुनः विभागीय बैठक होगी. इसके बाद शाम 5:50 बजे वे मुख्यमंत्री निवास लौटेंगे.
छत्तीसगढ़ में मौसम लेगा करवट, रायपुर समेत कई इलाकों में आज बारिश की संभावना
रायपुर. छत्तीसगढ़ में आज से बारिश और गरज-चमक की गतिविधि बढ़ जाएंगी. मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है. तेज धूप और उमस के बाद शाम को राजधानी समेत कई इलाकों में बारिश होने से लोगों को राहत मिली है. राजधानी में अधिकतम तापमान 38 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.7 डिग्री ज्यादा है. आज कुछ इलाकों में तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना है.
CM साय आज करेंगे प्रोत्साहन राशि वितरण, 31 मेघावी छात्रों को मिलेंगे 2-2 लाख, एडीईओ की प्रवेश परीक्षा, स्कूल सफाई कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल…
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज न्यू सर्किट हाउस में आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे. जहां वे श्रमिकों के 31 मेधावी बच्चों को दो-दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करेंगे. यह सहायता राशि नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत दी जा रही है, जिसमें पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के उन बच्चों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने बोर्ड परीक्षाओं (दसवीं और बारहवीं) में टॉप 10 स्थान प्राप्त किए हैं. इस अवसर पर निर्माण श्रमिकों के खातों में कुल 19.71 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की जाएगी. कार्यक्रम का आयोजन आज दोपहर 12:30 बजे से शुरू होगा.
छत्तीसगढ़ में शिक्षा का नया सूर्योदय: अब कोई स्कूल शिक्षक विहीन नहीं
छत्तीसगढ़ राज्य ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए एक नया आयाम स्थापित किया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व और दूरदर्शी नीति के चलते आज प्रदेश का प्राथमिक से लेकर हायर सेकण्डरी तक कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं रह गया है। राज्य की एकल शिक्षकीय शालाओं की संख्या में 80 प्रतिशत की कमी आई है।
रक्षा, एयरोस्पेस और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में निवेश का नया केंद्र बनने की ओर छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ राज्य अब केवल खनिज और कृषि प्रधान राज्य नहीं रह गया है, बल्कि तकनीकी नवाचार और रणनीतिक उद्योगों का नया गढ़ बनकर उभरने की दिशा में अग्रसर है। इस परिवर्तन की आधारशिला मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में रखी गई है, जिन्होंने न केवल राज्य की औद्योगिक नीतियों को समकालीन और रोजगारोन्मुख बनाया, बल्कि रक्षा, एयरोस्पेस और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करने के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं।
अब कोई स्कूल शिक्षक विहीन नहीं, युक्तियुक्तकरण से शिक्षा व्यवस्था को मिली नई दिशा
रायपुर। छत्तीसगढ़ ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए एक नया आयाम स्थापित किया है। मुख्यमंत्री साय के कुशल नेतृत्व और दूरदर्शी नीति के चलते आज प्रदेश का प्राथमिक से लेकर हायर सेकण्डरी तक कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं रह गया है। राज्य की एकल शिक्षकीय शालाओं की संख्या में 80 प्रतिशत की कमी आई है।
यह परिवर्तन युक्तियुक्तकरण के माध्यम से संभव हो सका है, जिसका उद्देश्य राज्य के शैक्षणिक संसाधनों का न्यायसंगत उपयोग, शिक्षकों की तर्कसंगत पदस्थापना और शिक्षा के अधिकार अधिनियम व नई शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप शालाओं में आवश्यकता के अनुरुप शिक्षकों की पदस्थापना रहा है ।
गौरतलब है कि युक्ति -युक्त करण से पर्व प्रदेश में 453 विद्यालय शिक्षक विहीन और 5936 विद्यालयों में मात्र एक ही शिक्षक पदस्थ था। विशेषकर सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर जैसे दूरस्थ और संवेदनशील जिलों में यह समस्या अधिक थी।
इस विसंगति को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने जिला, संभाग और राज्य स्तर पर तीन चरणों में शिक्षकों की काउंसलिंग की प्रक्रिया चलाई। इसके परिणामस्वरूप, आज प्रदेश का कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं है और सभी हाई स्कूलों में न्यूनतम आवश्यक शिक्षक नियुक्त किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने युक्ति- युक्तकरण के जरिये स्कूलों में शैक्षिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि हमने यह ठान लिया था कि छत्तीसगढ़ में अब कोई बच्चा शिक्षक के बिना नहीं पढ़ेगा। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से हम न केवल शिक्षा के अधिकार अधिनियम का पालन कर रहे हैं, बल्कि एक मजबूत और समान शिक्षा प्रणाली की नींव भी रख रहे हैं। यह सिर्फ स्थानांतरण नहीं, यह शिक्षा में न्याय की पुनर्स्थापना है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि एकल शिक्षकीय शालाओं की स्थिति में सुधार सरकार की प्राथमिकताओं में है और आगामी महीनों में पदोन्नति और नई नियुक्तियों के माध्यम से इन विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षक भेजे जाएंगे।
राज्य सरकार अब उन 1207 प्राथमिक विद्यालयों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां अभी भी एक शिक्षक है। इसके समाधान हेतु प्राथमिक शाला प्रधान पाठकों की पदोन्नति, शिक्षकों की पदस्थापना तथा भर्ती प्रक्रिया को प्राथमिकता देने की रणनीति बनाई गई है।
राज्य में एकल शिक्षक वाले प्राथमिक विद्यालयों में बस्तर जिले में 283, बीजापुर 250,सुकमा 186,मोहला -मानपुर - चौकी 124,कोरबा 89, बलरामपुर 94,नारायणपुर 64,धमतरी 37,सूरजपुर 47,दंतेवाड़ा 11,अन्य जिले में मात्र 22 शालाएं है। इन शालाओं में जल्द ही आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास शिक्षा को समावेशी बनाने और हर बच्चे को शिक्षा प्राप्त करने का समान अवसर उपलब्ध कराना है। इस पूरी प्रक्रिया ने यह साबित किया है कि युक्तियुक्तकरण केवल प्रशासनिक कवायद नहीं, बल्कि यह एक सामाजिक न्याय आधारित शिक्षा सुधार है, जिसके केंद्र में हर बच्चा, हर गांव, हर स्कूल है।
16 जून से शुरू होगा शाला प्रवेश उत्सव..CM साय ने पत्र लिखकर “शाला प्रवेश उत्सव” में सक्रिय भागीदारी की अपील की..
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आगामी 16 जून 2025 से नया शिक्षा सत्र प्रारंभ होने जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के समस्त जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर “शाला प्रवेश उत्सव” में सक्रिय भागीदारी की अपील की है। यह आयोजन राज्य में शिक्षा के क्षेत्र को सशक्त बनाने और शत-प्रतिशत बच्चों का विद्यालयों में नामांकन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण अवश्य है, परंतु यह असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि “असंभव को संभव” बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर सार्थक प्रयास करने होंगे।
वहीं इसके लिए सबसे पहले यह जरूरी है कि कोई भी बच्चा विद्यालय से वंचित न रहे और सभी बच्चों का समय पर प्रवेश सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी उल्लेख किया कि राज्य में शिक्षा का अधिकार अधिनियम प्रभावशील है, तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत यह सुनिश्चित किया गया है कि कक्षा 12वीं तक शाला त्याग दर को धीरे-धीरे शून्य किया जाए। इसके लिए शैक्षणिक अवरोधों को पहचानकर उन्हें दूर करने की जिम्मेदारी सभी हितधारकों की साझा है
मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान: एक ठोस पहल
वहीं, मुख्यमंत्री श्री साय ने जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा “मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान” की शुरुआत की जा रही है, जिसका उद्देश्य शासकीय विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारना है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा शिक्षकों एवं विद्यालयों का युक्तियुक्तकरण करते हुए शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय विद्यालयों में शिक्षकों की प्राथमिकता से पदस्थापना की गई है, जिससे शिक्षा का अधिकार हर बच्चे तक पहुंच सके।
दरअसल अधोसंरचना विकास सरकार की प्राथमिकता मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य में स्कूल शिक्षा क्षेत्र की अधोसंरचना और मूलभूत सुविधाओं के विकास को सरकार ने अपनी शीर्ष प्राथमिकताओं में रखा है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे शाला प्रवेश उत्सव के दौरान अपने-अपने क्षेत्रों में व्यक्तिगत सहभागिता करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा विद्यालय से बाहर न रहे। सामाजिक सहभागिता से संवरता भविष्य मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे” इस परिकल्पना को साकार करने के लिए हम सभी को मिलकर परिणाममूलक कार्य करने होंगे। उन्होंने आशा जताई कि सभी जनप्रतिनिधि इस अभियान का नेतृत्व कर सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करेंगे और छत्तीसगढ़ को एक शिक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
शाला प्रवेश उत्सव को बनाएं जनअभियान
फिलहाल मुख्यमंत्री के इस पत्र को राज्य में शिक्षा को लेकर एक जनांदोलन की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। इससे न केवल बच्चों की स्कूल तक पहुंच बढ़ेगी, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और सामाजिक सहभागिता को भी एक नई दिशा मिलेगी। प्रदेश सरकार के इस प्रयास से उम्मीद की जा रही है कि छत्तीसगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करेगा और शिक्षा के माध्यम से सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण को गति मिलेगी।
शासन का आदेश..अधिकारी-कर्मचारियों को सुबह 10 बजे दफ्तर आना अनिवार्य..
रायपुर। सरकारी कर्मचारियों के कार्यालय में उपस्थिति को लेकर राज्य सरकार की ओर से नया फरमान जारी किया गया है. नए फरमान के मुताबिक अब प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को सुबह 10 से शाम साढ़े 5 बजे तक कार्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य है.
फिलहाल, आदेश में कहा गया है कि शासन आदेशों के प्रभावी क्रियान्वयन एवं लोकहित में कार्यालयीन कार्यों के सुव्यवस्थित संचालन के लिए सभी शासकीय/अशासकीय (नियमित, संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी) अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए आधार-आधारित उपस्थिति प्रणाली को 15 जून 2025 से अनिवार्य रूप से लागू किया जा रहा है. इसके अंतर्गत सभी कर्मचारियों को प्रतिदिन निर्धारित समय पर अपने मोबाइल फोन के माध्यम से आधार प्रमाणीकरण द्वारा उपस्थिति एवं प्रस्थान दर्ज करना अनिवार्य होगा.
वहीं सभी कार्यालय प्रमुख यह सुनिश्चित करें कि आपके अधीनस्थ संस्थानों में एनआईसी (NIC) के तकनीकी सहयोग से आधार आधारित उपस्थिति प्रणाली को समय पर स्थापित कर लिया जाए। इसके लिए एनआईसी से आवश्यक समन्वय कर तकनीकी आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित करें.
कक्षा 10वीं और 12वीं के मेधावी छात्र छात्राओं को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय देंगें दो-दो लाख, न्यू सर्किट हाउस में होगा कार्यक्रम
रायपुर : मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं और बारहवीं के टॉप 10 में आए पंजीकृत श्रमिकों के कुल 31 मेधावी छात्र छात्राओं को प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा 15 जून को न्यू सर्किट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में दो-दो लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस मौके पर श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष डॉ. राम प्रताप सिंह भी उपस्थित रहेंगे।
श्रम मंत्री श्री देवांगन ने बताया कि मंडल के प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत, मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल में 10वीं कक्षा के 26 और 12वीं कक्षा के 5 बच्चों सहित कुल 31 श्रमिक बच्चों को 2 लाख रूपए प्रति छात्र दिए जाएंगे. इसमें 1 लाख रूपए दोपहिया वाहन के लिए और 1 लाख रूपए नकद प्रोत्साहन राशि के रूप में शामिल है। इसी तरह में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल ने राज्य के 38200 निर्माण श्रमिकों के लिए 19.71 करोड़ रूपए से ज्यादा की सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में डीबीटी की जायगी। यह राशि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत प्रदान की जाएगी।
मिनीमाता महतारी जतन योजना 1,915 श्रमिकों को 3.83 करोड़ रूपए, मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना 279 श्रमिकों को 10.33 लाख रूपए, मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना 6,319 श्रमिकों को 2.19 करोड रूपए, मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना 12 श्रमिकों को 94 हजार 800 रूपए, मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना 4,825 श्रमिकों को 96.17 लाख रूपए, मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना 155 श्रमिकों को 37.63 लाख रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना 2 श्रमिकों को 40 हजार रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना 4,939 श्रमिकों को 74.08 लाख रूपए, निर्माण श्रमिकों के बच्चे हेतु उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना 1 श्रमिक को 50 हजार रूपए, दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना 7 श्रमिकों को 7 लाख रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना 264 श्रमिकों को 2.64 करोड रूपए़, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना 2,486 श्रमिकों को 4.97 करोड़ रूपए, मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना 372 श्रमिकों को 74.40 लाख रूपए, निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निशुल्क गणवेश एवं पुस्तक कॉपी हेतु सहायता राशि योजना 15,066 श्रमिकों 2.00 करोड़ रूपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना 25 श्रमिकों को 25 लाख रूपए यह पहल राज्य के निर्माण श्रमिकों और उनके परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।