संस्कृति
शनिदेव 27 साल बाद लौटेंगे अपने नक्षत्र में, इन राशियों पर बरसेगी कृपा…
Shanidev Nakshatra Gochar 2025: शनिदेव एक विशेष और दुर्लभ खगोलीय संयोग में प्रवेश करने जा रहे हैं. करीब 27 साल बाद शनि देवता अपने ही नक्षत्र उत्तराभाद्रपद में गोचर करेंगे. उत्तराभाद्रपद नक्षत्र स्वयं शनि के स्वामित्व वाला है, इसलिए इस गोचर का प्रभाव गहरा और दूरगामी माना जा रहा है.
Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया पर शादी-ब्याह और गृह प्रवेश के अलावा करें ये शुभ कार्य… अक्षय फल की होगी प्राप्ती
Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया को शुभ कार्यों का दिन माना जाता है, क्योंकि इस दिन किए गए सभी पुण्य और कर्म अक्षय यानी कभी न खत्म होने वाले होते हैं. गृह प्रवेश के अलावा भी कई अन्य शुभ कार्य इस दिन किए जा सकते हैं जो जीवन में समृद्धि, सफलता और खुशहाली लाते हैं. अक्षय तृतीया पर शादी विवाह या गृह प्रवेश ही नहीं, बल्कि पूजा, दान, स्नान, कथा पाठ और शुभ खरीदारी जैसे कई शुभ कार्य करें और अक्षय फल प्राप्त करें.
Bandhan Yog in Kundali: जन्म कुंडली में खतरनाक होता है बंधन योग का होना, जातक को पहुंचा सकता है जेल…
Bandhan Yog in Kundali: ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली के विभिन्न योग व्यक्ति के जीवन में घटने वाली प्रमुख घटनाओं की झलक देते हैं. इन्हीं में से एक विशेष और खतरनाक योग बंधन योग होता है. इसे अशुभ और कष्टकारी माना गया है, क्योंकि यह व्यक्ति को कानूनी उलझनों, सामाजिक अपमान और यहां तक कि कारावास तक पहुंचा सकता है. बंधन योग तब बनता है जब कुंडली में शनि, राहु, मंगल जैसे क्रूर ग्रह 6वें, 8वें या 12वें भाव में विशेष रूप से स्थित होते हैं या इनका परस्पर संबंध बनता है. इसके अलावा अगर चंद्रमा और लग्नेश पर पाप ग्रहों की दृष्टि हो, तो यह योग और भी घातक हो सकता है. यह योग व्यक्ति के जीवन में बार-बार संघर्ष, शत्रुओं से परेशानी और न्यायालय के चक्कर लगाने जैसी स्थितियाँ उत्पन्न करता है.
Agni Panchak 2025: अग्नि पंचक, इस समय शुभ और मांगलिक कार्य न करने की दी जाती है सलाह…
Agni Panchak 2025: अग्नि पंचक हिंदू ज्योतिष में एक विशेष अवधि होती है जो मंगलवार से शुरू होती है और पांच दिनों तक चलती है. इसे पंचक के पांच प्रकारों में से एक माना जाता है, जो अपने नाम के अनुसार अग्नि तत्व से जुड़ा होता है. इस समय को अशुभ माना जाता है और इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को टालने की सलाह दी जाती है.
Shani Dosha Remedies: शनि दोष निवारण के लिए नहीं जा पा रहे शनि शिंगणापुर ? तो इन प्रसिद्ध मंदिरों में करें पूजा…
Shani Dosha Remedies: शनि शिंगणापुर के अलावा देश के कई प्रसिद्ध शनि मंदिरों में भी शनि दोष के प्रभाव को कम करने के लिए पूजा-अर्चना की जा सकती है. यहां जाकर साढ़ेसाती और ढैय्या के कष्टों से मुक्ति पाई जा सकती है. सही विधि से की गई पूजा से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. यहां हम ऐसे ही कुछ प्रमुख मंदिरों की जानकारी दे रहे हैं:
Kalashtami 2025: कब है कालाष्टमी? जानिए क्यों और कैसे करें भगवान काल भैरव की पूजा…
Kalashtami 2025: भगवान काल भैरव शिवजी के रौद्र रूप माने जाते हैं, जो समय, न्याय और तंत्र के अधिपति हैं. शास्त्रों में कहा गया है कि भैरव की आराधना से व्यक्ति को अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है और जीवन में स्थिरता तथा साहस की वृद्धि होती है. विशेष रूप से कालाष्टमी के दिन भैरव पूजन का अत्यंत महत्व होता है.
किन राशियों को नहीं पहनना चाहिए कलेवा, जानें सावधानियां और बचाव के तरीके…
कलेवा सिर्फ परंपरा नहीं, एक आध्यात्मिक शक्ति है. लेकिन क्या हर कोई इसे पहन सकता है? अपनी राशि के अनुसार जानें सही तरीका.
उत्तरवाहिनी नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा शुरू, जानिए क्यों की जाती है नदी की परिक्रमा
नर्मदा नदी, जिसे हिंदू धर्म में देवी के रूप में पूजा जाता है, भारत की एकमात्र ऐसी नदी है जिसकी परिक्रमा की जाती है. इसी विशेष मान्यता के अंतर्गत आयोजित होने वाली उत्तरवाहिनी नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा इस वर्ष 29 मार्च से 27 अप्रैल 2025 तक गुजरात के नर्मदा जिले में आयोजित हो रही है.
Good Friday 2025: गुड फ्राइडे , ईसा मसीह के बलिदान की याद में झुकेंगे श्रद्धा से सिर…
18 अप्रैल को ईसाई समुदाय द्वारा गुड फ्राइडे श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा. यह दिन ईसा मसीह के बलिदान की स्मृति को समर्पित होता है, जिन्हें मानवता के पापों के प्रायश्चित हेतु क्रूस पर चढ़ाया गया था. “गुड” यानी “अच्छा” कहा जाना इस तथ्य को दर्शाता है कि उनके बलिदान ने मानवता को उद्धार का मार्ग दिखाया.
काशी का रहस्यमयी शिव मंदिर! 9 डिग्री टेढ़ा होकर भी अडिग, सावन में नहीं कर सकते जलाभिषेक
वाराणसी । किसी पतली सी गली में हर साल तिल के बराबर बढ़ते तिलभांडेश्वर विराजमान हैं तो कहीं गंगा को स्पर्श करता 9 डिग्री के एंगल पर झुका प्राचीन रत्नेश्वर महादेव का मंदिर। विदेशी हों स्वदेशी सैलानी, अद्भुत नगरी को देखकर बोल पड़ते हैं ‘‘का बात हौ गुरु।’’
काशी के ज्योतिषाचार्य, यज्ञाचार्य एवं वैदिक कर्मकांडी पं. रत्नेश त्रिपाठी ने रत्नेश्वर महादेव के मंदिर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया, “भगवान शिव के मंदिर को देखकर आपको आश्चर्य होगा। 9 डिग्री के एंगल पर झुका रत्नेशवर मंदिर बनारस के 84 घाटों में से एक सिंधिया घाट पर स्थित है। गुजराती शैली में बने इस मंदिर में गजब की कलाकृति उत्कीर्ण है। नक्काशी के साथ इसके अनोखेपन को देखने के लिए दुनियाभर से लोग यहां आते हैं।”
Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया 30 को, यहां जलाएं दीपक… कभी नहीं होगी पैसे की कमी
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का महत्व वास्तव में अत्यंत शुभ और आध्यात्मिक होता है. इस साल अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल (Akshaya Tritiya Date) को मनाई जाएगी. अक्षय तृतीया के दिन दान का बड़ा महत्व होता है साथ ही इस दिन पूजा पाठ भी किया जाता है. पर क्या आप जानते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन कुछ विशेष स्थानों पर दीपक लगाने की परंपरा है.जो बहुत ही शुभ होता है. आज हम आपको अक्षय तृतीया पर घर में दीपक जलाने के शुभ स्थान के बारे में बतायेंगे. (Akshaya Tritiya Vastu Tips)
अपने घर के मंदिर में आपने भी की ये हैं ये 9 गलतियां ? तो इसे जल्द सुधार लें
घर का मंदिर (Home Temple) एक पवित्र स्थान (Sacred Place) होता है जहां हम ईश्वर (God) से जुड़ते हैं. लेकिन कई बार अनजाने में हम ऐसी गलतियाँ (Mistakes) कर बैठते हैं जो पूजा (Worship) का फल (Benefit) कम कर देती हैं और नकारात्मक ऊर्जा (Negative Energy) को बुलावा देती हैं. आइए जानें ऐसी ही 9 सामान्य लेकिन गंभीर गलतियां.
अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन शुरू, ये हैं पूरा प्रोसेस
रायपुर. श्रद्धा और आस्था के प्रतीक बाबा अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज से आधिकारिक रूप से शुरू हो गई है. इस बार यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण और आधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) के अनुसार, यात्रा इस वर्ष 29 जून से 19 अगस्त 2025 तक आयोजित की जाएगी, जिसकी कुल अवधि 52 दिन होगी.
Budh की Margi चाल, आपके Career पर पड़ेगा इसका सीधा असर
बुध ग्रह वर्तमान में मीन राशि में मार्गी चाल चल रहे है और यह स्थिति 5 मई तक बनी रहेगी. ज्योतिष में बुध को बुद्धि, वाणी और तर्क का कारक माना जाता है. इसकी सीधी चाल सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगी. कहीं आर्थिक लाभ मिलेगा तो कहीं संबंधों में मधुरता आएगी. यह समय आत्म विश्लेषण, निर्णय शक्ति और संवाद कौशल को निखारने का सुनहरा अवसर हो सकता है. इस अवधि में संचार से जुड़ी योजनाएं शुरू करने, रिश्तों में संवाद बढ़ाने और करियर में नए निर्णय लेने के लिए उत्तम समय है. अगर आप इन संकेतों को समझ कर कार्य करेंगे, तो यह समय आपके जीवन को नई दिशा दे सकता है.
Vastu Tips : लाल कपड़े में लपेटकर इस जगह रखें तुलसी की मंजरी, आएगी सुख समृद्धि
Vastu Tips : तुलसी की मंजरी (यानि तुलसी के फूलों का गुच्छा) को भारतीय परंपराओं में बहुत ही पवित्र और शुभ माना गया है. वास्तुशास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसे विशेष रूप से धन और सुख-समृद्धि के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. तुलसी की मंजरी को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने के बहुत से लाभ होते हैं. आज हम आपको इसके बारे में ही विस्तार से बताएंगे.
पुरी के जगन्नाथ मंदिर के ध्वज को ले जाता दिखा चील… ये कोई अपशगुन के संकेत तो नहीं ?
पुरी. सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने सबको चौंका दिया है, जिसमें एक चील (eagle) को श्री जगन्नाथ मंदिर के पतितपावन ध्वज (Patitapaban Bana) के साथ उड़ते हुए देखा जा रहा है. यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है.
Malmas End 2025: आज से फिर बजेगी शहनाई, इस माह विवाह के 9 शुभ मुहूर्त…
लंबे इंतज़ार के बाद अब समय आ गया है जब शहनाइयों की मधुर धुन से घर-आंगन महक उठेंगे. 13 अप्रैल 2025 को मलमास (अधिक मास) की समाप्ति के साथ ही शुभ कार्यों पर लगी रोक हट जाएगी, और फिर से शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्यों का पावन सिलसिला शुरू हो जाएगा.