"आयुर्वेदिक उपाय: कनेर के फूल के लाभ और उपयोग"
आजकल की बदलती हुई लाइफ स्टाइल की वजह से हमारी सेहत काफी ज्यादा प्रभावित हो रही है. भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारे पास इतना भी वक्त नहीं है कि हम ढंग से खाना खा सके और अपनी सेहत का ध्यान रख सके. अंग्रेजी दवाओं के ऊपर बढ़ती हुई निर्भरता भी कहीं ना कहीं हमारी सेहत को प्रभावित करने का काम कर रही है. और यही कारण है कि आयुर्वेद के प्रति लोगों का रुझान बढ़ गया है.
आयुर्वेद न सिर्फ रोगों का इलाज करता है बल्कि यह हमेशा से अच्छी जीवन शैली जीने के लिए भी प्रेरित करता है. आयुर्वेद के इसी महत्व को समझते हुए आज हम आपको उन जड़ी बूटियों और वनस्पति के बारे में बताते हैं जिनके सेवन से व्यक्ति को कहीं बीमारियों से छुटकारा मिलता है और वह बहुत सी बीमारियों से से बचकर भी रह सकता है. चलिए आज हम आपको कनेर के फूल से होने वाले औषधीय लाभों के बारे में बताते हैं.
फायदेमंद है कनेर के
आयुर्वेद हमारी लगभग 4000 साल पुरानी परंपरा है. इसमें वनस्पति और प्राकृतिक जड़ी बूटियों के जरिए स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार किया जाता है. पीले रंग के कनेर के फूलों को आयुर्वेद में दिव्य फूल के रूप में पहचाना जाता है. ये फूल एक बहुत ही चमत्कारी औषधि है और इसकी छाल और और पत्तियां भी काफी लाभकारी है. ये जोड़ों के दर्द से लेकर स्किन संबंधित समस्याओं से भी हमें छुटकारा दिलाता है
खुजली और दाद
कनेर के फूलों में एंटी बैक्टेरियल गुण मौजूद होते हैं. जिससे खुजली और दाद संबंधी परेशानी खत्म हो जाती है. इसका इस्तेमाल करने के लिए करने के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी है. बस आपको कनेर के फूल के पत्ते को पीसकर उसमें नारियल का तेल लगाकर उसे संक्रमित जगह पर लगाना होगा. आप चाहें तो इन्हें नारियल के तेल में पकाकर भी लगा सकते हैं.
कब्ज की समस्या हो दूर
आज के समय में लोग कब्ज की परेशानी से बेहद परेशान हैं. इस परेशानी को दूर करने में पीला कनेर आपके काम आ सकता है. ऐसे में पीले कनेर के पत्तों और छाल का काढ़ा बनाएं और उसका सेवन करें. ऐसा करने से कब्ज की समस्या दूर होगी.
मुंहासे और त्वचा के रोग
कनेर के फूल में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं. मुंहासे और त्वचा संबंधी रोग से छुटकारा दिलाने में यह काफी सहायक है. इसके लिए बस कनेर के फूलों को पीसकर उसका लेप चेहरे पर लगाना होता है.
पीरियड दर्द
जो लोग पीरियड के समय असहनीय दर्द का सामना करते हैं वह अगर कनेर के फूल का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें दर्द से राहत मिलती है. इसके लिए आपको ताजा फूलों का इस्तेमाल कर काढ़ा तैयार करना होगा. जब आप इसका सेवन करेंगे तो आपको काफी हद तक दर्द से राहत मिलेगी.
मलेरिया की समस्या
जिन लोगों को मलेरिया हो गया है वे पीले कनेर के उपयोग से अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं. इसके अलावा मिर्गी से परेशान लोग भी पीले कनेर से अपनी समस्या में राहत पहुंचा सकते हैं. लेकिन हर शरीर की तासीर अलग होती है ऐसे में ये लोग इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें.